पटना: राजधानी में पिछले साल बारिश के बाद भारी जलजमाव हो गया था. इस साल पटना को जलजमाव से बचाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई बार नगर विकास विभाग और नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक कर चुके हैं. बैठक में सीएम ने राजधानी में साल में तीन बार नाला उड़ाही करने का आदेश भी जारी किया था. नाला उड़ाही के कार्य को लेकर विभाग ने 15 मई तक की समय सीमा रखी है. लेकिन बंदी के वजह से नाला उड़ाही का कार्य नहीं हो पाया है. जबकि कुछ ही दिनों के बाद बिहार में मानसून दस्तक देने वाला है.
'10 से 15 मई के बीच बड़े नाले सफाई होगी पूरी'
इसको लेकर नगर आयुक्त ने दावा करते हुए कहा कि हिमांशु शर्मा ने कहा कि नाला उड़ाही के लिए 15 मई तक की समय सीमा है. मानसून से पहले सभी बड़े और छोटे नालों की सफाई कर ली जाएगी 10 से 15 मई के बीच बड़े नाले की सफाई को पूरा कर लिया जाएगा. वहीं, जितने भी छोटे नाले हैं उनकी सफाई भी इस महीने की आखिरी तक पूरा कर लिया जाएगा. इसको लेकर लगातार युद्ध स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं.
निगम के कार्यों से विधायक नाखुश
नाला उड़ाही और संप हाउस मरम्मती को लेकर लेकर निगम भले ही दावा कर रहा हो कि समय पर सभी कार्यों को पूरा करने के दावे कर रहे हैं. लेकिन निगम के कार्यों से स्थानीय विधायक अरुण सिन्हा नाखुश है. पिछले साल सबसे ज्यादा जलजमाव विधायक अरूण सिन्हा के क्षेत्र में ही हुआ था. इस वजह से उन्हें इलाके के लोगों के नाराजगी का सामना भी करना पड़ा था.
विधायक अरुण सिन्हा का दावा है कि नगर निगम जिस गति से कार्य कर रहा है. हमें नहीं लगता कि मानसून से पहले नाला उड़ा ही का काम पूरा हो सकेगा. उन्होंने कहा कि हमने अपने क्षेत्रों में सभी नाले और संप हाउस का निरीक्षण किया है. लेकिन बहुत दुख के साथ हमें बताना पड़ रहा है कि आधे से अधिक संम्प हाउस अभी भी खराब पड़े हुए हैं.