पटना: राज्य में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार ने राज्य में 15 मई तक संपूर्ण लॉकडाउन लगाया है. ऐसे में राजधानी पटना में सुरक्षाकर्मी दिन रात सड़क पर लॉकडाउन पालन करवाने को लेकर कड़ी मशक्कत करते हुए दिख रहे हैं. वहीं इस कड़ी धूप व गर्मी के मौसम में इन सुरक्षाकर्मियों को सरकार के तरफ से पानी के पीने तक की व्यवस्था नहीं की गई है. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम से सुरक्षाकर्मियों ने अपना दर्द बयां किया.
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पीने के पानी की व्य़वस्था नहीं
राजधानी के चौक चौराहों पर ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों से उनके बारे में जाने के लिए ईटीवी भारत विभिन्न चौक चौराहों पर जाकर उनसे उनका हाल जाना. सबसे पहले पुनाइचाक विकास भवन के पास ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों से जाना कि इस कड़ी धूप में प्यास लगती है तो पानी कहां से पीते हैं. सुरक्षाकर्मियों ने बताया कि यहां पानी की कोई व्यवस्था नहीं है. प्यास लगने पर नजदीक के मंदिर में जाकर नल का पानी पीना पड़ता है.
सुरक्षाकर्मियों ने बयां किया अपना दर्द
वहीं बोरिंग रोड स्थित चेक पोस्ट पर ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने बताया कि या तो हम खुद घर से पानी लाते हैं या फिर खरीद के पानी पीना पड़ता है. सरकार की तरफ से पानी की व्यवस्था नहीं दी गई है. सुरक्षाकर्मियों को पीने का पानी की व्यवस्था को लेकर जब हम पटना का दिल कहे जाने वाला डाकबंगला चौराहा पहुंचे, यहां पर भी लगातार सुरक्षाकर्मी अपनी ड्यूटी पर तैनात हैं. उन्होंने ने भी पानी की कोई व्यवस्था नहीं किये जाने पर अपना दर्द बयां किया.
'हम घर से पानी लेकर आते हैं या फिर खरीद कर पीते हैं. सरकार की ओर से कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं'- सुरक्षाकर्मी
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फ्रंटलाइन वर्करों को सुविधा नहीं
बता दें कि कोरोना संक्रमण के दौरान केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य कर्मी, सुरक्षाकर्मी और सफाई कर्मियों को फ्रंटलाइन वर्कर की संज्ञा दी है. पीएम मोदी द्वारा कहा कि इन सभी फ्रंटलाइनर वर्करों के प्रति सभी सम्मान करें. फ्रंटलाइनर वर्करों में पहले स्थान पर स्वास्थ्य कर्मी आते हैं. दूसरे नंबर पर सुरक्षाकर्मी आते हैं. इस कड़ी धूप में राजधानी पटना के विभिन्न चौक चौराहों पर सुरक्षाकर्मी अपनी ड्यूटी दे रहे हैं. लेकिन जरा सोचिए इन सुरक्षाकर्मियों को पानी भी सरकार के तरफ से नसीब नहीं हो रहा है.