पटना: इसरो वैज्ञानिकों की मेहनत और जज्बे को देखकर देश गौरवान्वित महसूस कर रहा है. मिशन में जी जान से लगे वैज्ञानिकों में से एक बिहार का भी लाल शामिल रहा. इसरो की टीम में बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले वैज्ञानिक अमिताभ कुमार भी मिशन चंद्रयान 2 की अहम कड़ी रहे. वहीं, उनके गुरु अरुण कुमार अपने शिष्य पर गर्व महसूस करते हुए कहते हैं कि उनके शिष्य ने उनके साथ-साथ प्रदेश का भी मान बढ़ाया है.
समस्तीपुर जिले के कुबौली गांव के रहने वाले इसरो के वरीय वैज्ञानिक अमिताभ कुमार चंद्रयान 2 मिशन के डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर थे. वो इसरो में ऑपरेशन डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं. बिहार के इस बेटे पर सभी को गर्व हो रहा है. अमिताभ ने पटना के एएन कॉलेज से आईएस, सीबीएसई (इलेक्ट्रानिक कम्यूनिकेशन से ऑनर्स), एमएससी (इलेक्ट्रानिक कम्यूनिकेशन) से किया है.
अपना अनुभव बताने से नहीं चूकते अमिताभ
उनके गुरु प्रोफेसर अरुण कुमार बताते हैं कि अमिताभ कुमार पढ़ने में एक बहुत ही होनहार लड़का था. बहुत ही सरल स्वभाव के अमिताभ जब भी पटना आते हैं अपने गुरु अरुण से जरूर मिलते हैं. वो कॉलेज पहुंच अपने जूनियर को अपना अनुभव बताने से भी नहीं चूके. अमिताभ इसरो में महत्वपूर्ण पद पर अपना असीम योगदान दे रहे हैं.
मुझे खुद पर गर्व है- अरुण कुमार
अरुण कुमार ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि आज मुझे अमिताभ कुमार पर बहुत बड़ा गर्व महसूस हो रहा है. मुझे गर्व है कि मैं उसका शिक्षक रहा हूं. प्रोफेसर अरुण कुमार बताते हैं कि एक गुरु की कमाई उसका होनहार छात्र होता है. अमिताभ की सफलता ही मेरी कमाई है.
बिहार के अमिताभ ने प्रदेश का मान बढ़ाया है. बिहार हमेशा से ही प्रतिभा का धनी रहा है. यहीं से खगोल शास्त्र की खोज हुई थी और अंतरिक्ष को खोजने वाले आर्यभट्ट बिहार से ही थे. वहीं, सबसे ज्यादा आईएएस भी बिहार से ही निकलते हैं. यहां के छात्र अपनी प्रतिभा का लोहा पूरी दुनिया में मनवा रहे हैं.