पटना: राज्य भर के स्कूल ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा (Bihar School Reopen) के छात्रों के लिए आज यानि 12 जुलाई से फिर से खुल गए हैं. कोरोना के खतरे को देखते हुए बच्चों और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए विभिन्न स्कूल प्रशासन ने व्यापक व्यवस्था (Corona Guideline) की है. ऐसे में विद्यार्थियों में खासा उत्सुकता देखने को मिला.
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कोरोना की दूसरी लहर की भयावहता के बीच स्कूल खुलने के बाद स्कूल प्रबंधन ने खास इंतजाम किए है. क्लास रुम में बच्चों के सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का खास ध्यान रखा गया. क्लास में प्रवेश से पहले सभी के हाथों को अच्छे से सेनेटाइज कराया गया. इसके अलावा सरकार के आदेश के तहत एक क्लास के 50 फीसदी बच्चों को ही पहले दिन यानी सोमवार को बुलाया गया और शेष 50 फीसदी बच्चों को मंगलवार को बुलाया गया है.
'लंबे समय से विद्यालय खुलने का इंतजार था और अब विद्यालय खुला है तो वह इस बात की जानकारी लेने पहुंचे हैं कि क्लासेस का रूटीन क्या होगा और किस दिन कौन से विषय की पढ़ाई होगी. अभी तो कोचिंग के माध्यम से ही पढ़ाई कर रहे हैं और स्कूल की तरफ से ऑनलाइन पढ़ाई की कोई व्यवस्था नहीं है.'- आशुतोष, 12वीं के छात्र, मिलर हाई स्कूल
'लंबे समय बाद स्कूल खुला है इससे काफी खुशी हो रही है और आज कई दिनों बाद अपने दोस्तों से मिलकर अच्छा लग रहा है. शिक्षकों से भी रूबरू होकर सवाल पूछने से पढ़ाई में भी मन लग रहा है.'- खुशी, छात्रा, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय
स्कूल के परिसरों के सैनिटाइजेशन, थर्मल स्कैनर, सैनिटाइजर या साबुन, मास्क, प्राथमिक उपचार, पेयजल और शौचालय की सुविधा से लेकर राज्य के शिक्षा विभाग की ओर से जारी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी ) के अनुसार सब कुछ किया गया है. वैकल्पिक दिनों में केवल 50% बच्चों को परिसर में अनुमति देने वाले स्कूल आंशिक रूप से फिर से खुल गए हैं.
'आज रजिस्ट्रेशन के लिए बुलाया गया था ऐसे में स्कूल आकर काफी अच्छा लग रहा है. मैं चाहती हूं कि अब स्कूल कभी फिर बंद ना हो. स्कूल आने से पढ़ाई का माहौल भी अच्छा रहता है.'-नेहा शुक्ला, छात्रा, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय
अभी 11वीं में नामांकन शुरू नहीं हुआ है इस वजह से स्कूलों में सिर्फ 12वीं के क्लासेस की पढ़ाई शुरू हुई है. लंबे अंतराल के बाद स्कूल खुलने पर पटना के मिलर हाई स्कूल में 8 बच्चे ही क्लास करने के लिए पहुंचे. वहीं बांकीपुर गर्ल्स हाई स्कूल में 70 से 80 की संख्या में पहले दिन छात्राएं पहुंचीं. हालांकि इनमें से अधिकांश छात्राएं कक्षा संबंधित जानकारी लेने के लिए पहुंचीं थीं.
'स्कूल में फिलहाल 50 प्रतिशत बच्चों को ही बुलाया गया है. अब विद्यार्थियों की उपस्थिति देखकर ही पता चलेगा कि ऑफ लाइन पढ़ाई बच्चे करना चाहते हैं या नहीं.'- डॉ. आजाद चंद्रशेखर प्रसाद, प्राचार्य, मिलर हाई स्कूल
वहीं बांकीपुर स्थित राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में पहले दिन स्कूल कैंपस में काफी संख्या में छात्राएं नजर आईं. छात्राएं अपने दोस्तों से मिलकर खास खुश दिखीं और स्कूल खुलने को लेकर उनमें खुशी देखने को मिली.
'प्रोटोकॉल के तहत ही क्लासेस लिए जा रहे हैं. गेट पर ही बच्चों को सेनेटाइज किया जा रहा है. बच्चों को पहले से ही जानकारी दे दी गई थी कि मास्क लगाना है, पानी लाना है और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है. मेरे क्लास में 150 स्टूडेंट्स हैं. 1 से 75 रोल नंबर को आज बुलाया गया है बाकि 75 विद्यार्थियों को कल बुलाया गया है.'- मीना कुमारी, प्राचार्य, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय
इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कर दिया था कि "विश्वविद्यालय, सभी कॉलेज, तकनीकी शिक्षण संस्थान, सरकारी प्रशिक्षण संस्थान, 11 वीं एवं 12 वीं तक के विद्यालय 50 प्रतिशत छात्रों की उपस्थिति के साथ खुलेंगे."