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राजस्थान में फंसे 29 स्कूली छात्र पहुंचे बिहार, बोले- सोचा नहीं था आ पाएंगे घर - पटना लेटेस्ट न्यूज

दसवीं कक्षा के छात्र ने बताया कि हमारे घरवाले हमें वापस लाने की काफी कोशिश कर रहे थे. लेकिन कोई रास्ता नहीं मिल रहा था. हमने उम्मीद छोड़ दी थी कि लॉकडाउन के बीच हम अपने घर पहुंच पाएंगे.

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Published : May 17, 2020, 9:38 PM IST

पटनाः बिहार के 29 बच्चे लॉकडाउन के कारण राजस्थान में फंसे हुए थे. जो ढ़ोलपुर स्थित राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में पढ़ते हैं. आज सभी छात्रों को बिहार और राजस्थान सरकार की मदद से 50 दिन के बाद घर वापस लाया गया. वापस लौटकर सभी बच्चें और उनके अभिभावक काफी खुश हैं.

चिंतित थे घरवाले
ढ़ोलपुर में फंसे सभी छात्र बिहार के विभिन्न जिलों के हैं. जिसमें सबसे ज्यादा नालंदा के 13 और पटना के चार बच्चे शामिल हैं. जिन्हें बस से बिहार वापस लाया गया. लॉकडाउन के कारण सभी को परेशानियां हो रही है. ऐसे में घर-परिवार से फंसे इन बच्चों को अपने घर वापस लौटने की उम्मीद भी नहीं थी. इस दौरान उनके घरवाले भी काफी चिंतित और डरे हुए थे.

देखें रिपोर्ट

नहीं दिख रहा था कोई रास्ता
वापस लौटे छात्रों ने बताया कि उन्होंने सोचा नहीं था कि इस स्थिति में वे घर पहुंच पाएंगे. सारे साधन बंद हो चुके थे. ऐसे में घर वालों को भी कोई रास्ता नहीं दिख रहा था. उन्होंने बताया कि घर वापस आकर उन्हें काफी अच्छा महसूस हो रहा है. छात्र विवेक ने बताया कि वहां सभी चीजों की व्यवस्था थी लेकिन घरवालों से दूर होने से परेशानी रहती थी.

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वापस आने के बाद खुश बच्चे

छोड़ दी थी उम्मीद
वहीं, दसवीं कक्षा के छात्र ने बताया कि हमारे घरवाले हमें वापस लाने की काफी कोशिश कर रहे थे. लेकिन कोई रास्ता नहीं मिल रहा था. हमने उम्मीद छोड़ दी थी कि लॉकडाउन के बीच हम अपने घर पहुंच पाएंगे. आज घर वापस आकर काफी बहुत खुशी मिल रही है.

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बच्चों को लाने के लिए बस

किए गए जरूरी इंतजाम
अपने बच्चे को लेने आए अभिभावक ने बताया कि हमें यकीन नहीं हो रहा कि हमारा बच्चा घर लौट आया है. बिहार सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री श्रवण कुमार ने सभी बच्चों के लिए स्नैक्स, पानी की बोतल, सैनिटाइजर और फल का इंतजाम किया था.

पटनाः बिहार के 29 बच्चे लॉकडाउन के कारण राजस्थान में फंसे हुए थे. जो ढ़ोलपुर स्थित राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में पढ़ते हैं. आज सभी छात्रों को बिहार और राजस्थान सरकार की मदद से 50 दिन के बाद घर वापस लाया गया. वापस लौटकर सभी बच्चें और उनके अभिभावक काफी खुश हैं.

चिंतित थे घरवाले
ढ़ोलपुर में फंसे सभी छात्र बिहार के विभिन्न जिलों के हैं. जिसमें सबसे ज्यादा नालंदा के 13 और पटना के चार बच्चे शामिल हैं. जिन्हें बस से बिहार वापस लाया गया. लॉकडाउन के कारण सभी को परेशानियां हो रही है. ऐसे में घर-परिवार से फंसे इन बच्चों को अपने घर वापस लौटने की उम्मीद भी नहीं थी. इस दौरान उनके घरवाले भी काफी चिंतित और डरे हुए थे.

देखें रिपोर्ट

नहीं दिख रहा था कोई रास्ता
वापस लौटे छात्रों ने बताया कि उन्होंने सोचा नहीं था कि इस स्थिति में वे घर पहुंच पाएंगे. सारे साधन बंद हो चुके थे. ऐसे में घर वालों को भी कोई रास्ता नहीं दिख रहा था. उन्होंने बताया कि घर वापस आकर उन्हें काफी अच्छा महसूस हो रहा है. छात्र विवेक ने बताया कि वहां सभी चीजों की व्यवस्था थी लेकिन घरवालों से दूर होने से परेशानी रहती थी.

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वापस आने के बाद खुश बच्चे

छोड़ दी थी उम्मीद
वहीं, दसवीं कक्षा के छात्र ने बताया कि हमारे घरवाले हमें वापस लाने की काफी कोशिश कर रहे थे. लेकिन कोई रास्ता नहीं मिल रहा था. हमने उम्मीद छोड़ दी थी कि लॉकडाउन के बीच हम अपने घर पहुंच पाएंगे. आज घर वापस आकर काफी बहुत खुशी मिल रही है.

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बच्चों को लाने के लिए बस

किए गए जरूरी इंतजाम
अपने बच्चे को लेने आए अभिभावक ने बताया कि हमें यकीन नहीं हो रहा कि हमारा बच्चा घर लौट आया है. बिहार सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री श्रवण कुमार ने सभी बच्चों के लिए स्नैक्स, पानी की बोतल, सैनिटाइजर और फल का इंतजाम किया था.

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