पटना: बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामले को देखते हुए राज्य सरकार ने 11 अप्रैल तक सभी शिक्षा संस्थानों को बंद करने का आदेश जारी किया है. इस फैसले के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं. राजधानी पटना से सटे बिहटा में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ऑफ बिहार के बैनर तले विरोध मार्च निकाला गया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई.
यह भी पढ़ें- कोरोना की वजह से CM नीतीश की यात्राओं पर लगा ग्रहण !
सरकार को नहीं बच्चों के भविष्य की चिंता
स्कूल और कोचिंग संचालकों का कहना है कि सरकार की गलत नीतियों से स्पष्ट होता है कि सरकार को शिक्षा से कोई महत्व नहीं है. उनको केवल मॉल, बाजार और फैक्ट्रियों की चिंता है. सरकार को बच्चों के भविष्य की कोई चिंता नहीं है.
"सरकार को केवल शिक्षा संस्थाओं में कोरोना दिखता है. बाजार और यहां तक कि अस्पतालों में भीड़ है, लेकिन सरकार इसपर कोई एक्शन लेने को तैयार नहीं है. चुनाव भी हो रहे हैं. चुनाव में लाखों की भीड़ जुट रही है. सरकार को केवल स्कूल दिख रहा है. पिछले 1 साल से बच्चों का भविष्य काफी खराब हो चुका है. इनकी चिंता सरकार को नहीं है."- दिलीप कुमार, अध्यक्ष, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ऑफ बिहार
यह भी पढ़ें- मुंबई से भारी संख्या में बिहार लौट रहे प्रवासी, लॉकडाउन का सता रहा डर