नई दिल्ली/पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री व बीजेपी नेता संजय पासवान ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी अगर एनडीए में आ जाएं तो यह उनके लिए अच्छा रहेगा. साथ ही इससे एनडीए और मजबूत होगा. उन्होंने कहा कि महागठबंधन में उनको उचित सम्मान नहीं मिल रहा है. कुशवाहा और मांझी उभरते हुए सितारें हैं और मैं उनके संपर्क में हूं.
संजय पासवान ने कहा कि केंद्र और बिहार में एनडीए की सरकार है. दोनों अगर वापस आते हैं तो उनको उचित सम्मान मिलेगा. राज्य सभा सांसद, एमएलसी, मंत्री, राज्यपाल कुछ भी बनाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि दोनों की नाराजगी पूरी तरह दूर की जाएगी. हमलोग चाहते हैं कि दुश्मन कम हो और दोस्त ज्यादा हो.
सेक्रिफाइज करने को तैयार है बीजेपी
बीजेपी एमएलसी ने कहा कि मैं व्यक्तिगत तौर पर कोशिश कर रहा हूं. हालांकि, पार्टी की तरफ से इस तरह की कोई बात नहीं कही गई है. अगर वे आना चाहे तो इसके लिए पार्टी में भी किसी को ऐतराज नहीं होगा. उपेन्द्र कुशवाहा और मांझी के लिए बीजेपी को जो भी सेक्रिफाइज करना होगा वह करेगी. उन्होंने कहा कि इसके लिए जेडीयू और लोजपा भी सेक्रिफाइज करेंगी.
13 प्वाइंट रोस्टर पर अध्यादेश का किया स्वागत
वहीं, मोदी कैबिनेट ने 13 प्वाइंट रोस्टर को अध्यादेश लाकर खारिज कर दिया है. यूनिवर्सिटी नियुक्ति में पहले जैसा आरक्षण रहेगा. संजय पासवान ने इस फैसले का स्वागत किया है और पीएम मोदी को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि रोस्टर को लेकर बहुत सारी गलतफहमियां हैं. उन्होंने कहा कि जितने पोस्ट एससी-एसटी, ओबीसी वर्ग के खाली हैं, उतने लोग ही एलिजिबल नहीं हैं.
'रोस्टर पर साइंटिफिक बहस की जरुरत'
संजय ने कहा कि इस फैसले से अब बहाली प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी नियुक्ति में जो भी भर्ती होती है, उसमें 200 प्वाइंट रोस्टर के तहत पहले आरक्षित कोटे के लोगों को मौका मिले. अगर सीटे खाली रह जाती हैं तो उसपर सामान्य वर्ग को लोगों को बहाल किया जाए. बीजेपी नेता ने कहा कि इसपर साइंटिफिक बहस की जरुरत है, ताकि इससे समाज के सभी वर्गों को फायदा हो और लोगों का भ्रम खत्म हो.