नई दिल्ली/पटना: लालू यादव पर लिखी पुस्तक 'गोपालगंज से रायसीना' बिहार की राजनीतिक गर्मी को बढ़ा दी है. इस पुस्तक में लिखी नीतीश विलय की बात पर बयाजबाजी तेज हो गया है. इसको लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी डॉ संजय मयूख ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है.
संजय मयूख ने कहा कि राजद को जीवित रखने के लिए राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव नीतीश कुमार का नाम लेते रहते हैं. राजद राजनीति में जीरो हो चुकी है. लोकसभा चुनाव के समय फायदा लेने के लिए नीतीश का नाम ले रहे हैं. राजद हमेशा अनर्गल बयान देती रहती है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव के दावे से राजद को कोई फायदा नहीं होगा. राजद लोकसभा चुनाव में बुरी तरह हार रही है. राजद सिर्फ बिहार की पार्टी है. राजद का दूसरे राज्य में कोई अस्तित्व नहीं है. लेकिन कभी वह पीएम उम्मीदवार बनाने की बात करती है. तो कभी जदयू के कांग्रेस में विलय की बात करती है.
राबड़ी देवी किया था समर्थन
बता दें कि 'गोपालगंज से रायसीना' में लिखी बात को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी समर्थन किया था. इसको लेकर राबड़ी देवी ने कहा है कि एनडीए में दोबारा नीतीश कुमार के जाने के बाद फिर से छह महीना बाद महागठबंधन में वापस आना चाहते थे. वहीं, तेजस्वी यादव ने कहा कि राजद ने इस प्रस्ताव के ठूकरा दिया था. इसके बाद में वह कांग्रेस में जदयू का विलय के लिए तैयार हो गए थे.