पटना: नल-जल योजना को केन्द्र सरकार ने भी लागू करने की घोषणा की है. इसपर जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि तीन साल से यह योजना बिहार में चल रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दूरगामी सोच के नेता हैं. उन्हीं की सोच की वजह से आज कई लोगों को राहत मिली है. दरभंगा जैसे क्षेत्रों में जहां वाटर लेवल कम हो गया है. वहां इस योजना की वजह से काफी लाभ मिला है.
'रेन वाटर हार्वेस्टिंग सरकार का प्रमुख लक्ष्य'
संजय झा ने शुक्रवार को अपने विभाग के बजट पर विधान परिषद में जवाब दिया. उन्होंने कहा कि सरकार का पहला लक्ष्य है कि सिंचाई योग्य जितनी भूमि है उस पर सिंचाई की पुख्ता व्यवस्था कराना. इसके साथ ही रेन वाटर हार्वेस्टिंग को प्रमुखता से लागू करना भी सरकार का प्रमुख लक्ष्य है.
बजट पर संजय झा ने दिया जवाब
बजट पर जवाब देते हुए जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि 2004-05 में जल संसाधन विभाग का बजट 361.66 करोड़ था जो वर्तमान में 720 परसेंट बढ़कर 2964.14 करोड़ पहुंच गया है. जिन इलाके में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने में परेशानी थी वहां जल की उपलब्धता पर विशेष जोर दिया जा रहा है.
'15 दिन में कोसी मेची नदी लिंक योजना को मिल जाएगी स्वीकृति'
साथ ही कोसी मेची नदी लिंक योजना के बारे में जल संसाधन मंत्री ने कहा कि अगले 15 दिन में इसकी स्वीकृति मिल जाएगी. यह देश की दूसरी ऐसी परियोजना होगी जिस पर काम शुरू होगा. उन्होंने कहा कि इसके साथ-साथ सकरी नाटा लिंक योजना पर भी काम चल रहा है. साथ ही बिहार के सभी सरकारी भवनों और अन्य स्थानों पर भूगर्भ जल को रिचार्ज करने के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग को प्रमुखता से लागू करना है.