पटना: वर्तमान में चल रहे किसान आंदोलन के बीच बिहार में राजनीतिक दलों का आरोप-प्रत्यारोप के दौर शुरू हो गया है. किसानों ने मंगलवार को भारत बंद का आह्वान किया है. इसी बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने सोमवार को कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के पीछे कांग्रेस का हाथ है.
कांग्रेस का दोहरा चरित्र उजागर हुआ
किसान बिल को लेकर देश में बवाल मचा है. किसान सड़क पर हैं और राजनीतिक दल उनके समर्थन में उतर रहे हैं. बिहार की मुख्य विपक्षी दल राजद और कांग्रेस किसान बिल के विरोध में आवाज बुलंद कर रही है. बंद के दौरान दोनों दल सक्रिय तौर पर हिस्सेदारी निभाएंगे. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने दोनों दलों के मंसूबों पर सवाल खड़े किए हैं.
कांग्रेस ने घोषणा पत्र में एमएसपी हटाने का वादा
'2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान इसी कांग्रेस पार्टी ने घोषणा पत्र में वादा किया गया था कि अगर वे सत्ता में आएंगे तो न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी के अधिनियम को हटा देंगे. घोषणा पत्र के पेज नंबर 17 के पॉइंट नंबर 11 में इसका उल्लेख है. वहीं अब कांग्रेस नेता और उनके समर्थक एनडीए सरकार की आलोचना कर रहे हैं.'- संजय जायसवाल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष
न्यूनतम समर्थन मूल्य हर हाल में लागू रहेगा
'कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में एपीएमसी बिल को खत्म करने की बात कही थी. आज वह किसानों को भड़काने का काम कर रही है. इसके अलावा आम आदमी पार्टी हो या शरद पवार की पार्टी सभी ने एपीएमसी खत्म करने के लिए वकालत की थी. लेकिन आज वह किसान आंदोलन को हवा देने में जुटे हैं. देश की जनता उनके बहकावे में आने वाली नहीं है. ना तो न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कोई असर पड़ेगा, ना ही मंडी सिस्टम खत्म किया जाएगा.'- संजय जायसवाल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष