पटना: सेवा नियमितीकरण की मांग के साथ 15 सूत्री मांगों को लेकर पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी संघ ने शुक्रवार को सांकेतिक हड़ताल किया. इसके चलते पटना शहर की सफाई व्यवस्था बाधित हुई. सफाई कर्मियों ने निगम प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग इस माह के आखिरी सप्ताह तक पूरी नहीं की जाती है तो 9 अगस्त से अनिश्चित काल के लिए हड़ताल होगा.
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पटना नगर निगम के सफाई कर्मियों ने विभिन्न वार्डों में काम छोड़कर निगम प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया है. सफाई कर्मी यूनियन के नेता नंद किशोर दास के नेतृत्व में सफाई कर्मियों ने कंकड़बाग अंचल कार्यालय के मुख्य गेट पर निगम प्रशासन के खिलाफ हल्ला बोला.
सफाई कर्मियों का आरोप है कि निगम प्रशासन अपने वादों से मुंह फेर रहा है. नंद किशोर दास ने कहा, "2019 में हमलोग हड़ताल पर थे, तब निगम प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि सफाई कर्मियों को नहीं हटाया जाएगा. कुछ मांगों को छोड़कर बाकी सभी मांगों को पूरी करने पर सहमति जता दी थी. आज निगम प्रशासन अपने ही वादों से पीछे हट गया है."
नंद किशोर दास ने निगम प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है. "सफाई कर्मियों की 15 सूत्री मांगों को अगर निगम प्रशासन नहीं मानता है तो इस बार आर-पार की लड़ाई होगी. 22 जुलाई को नगर निगम मुख्यालय के नीचे एक दिवसीय भूख हड़ताल होगा. इसके बाद 9 अगस्त से सफाईकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे."- नंद किशोर दास, सफाई यूनियन नेता, पटना नगर निगम
गौरतलब है कि अपनी मांगों को लेकर भले ही सफाई कर्मियों ने एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल किया हो, लेकिन आउटसोर्स पर बहाल सफाई कर्मी अपने काम में जुटे हैं. ऐसे में देखने वाली बात होगी कि निगम के दैनिक सफाई कर्मियों के इस सांकेतिक हड़ताल के बाद निगम प्रशासन की तरफ से क्या प्रतिक्रिया आती है.
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