पटना: बिहार में इस हफ्ते से बालू का खनन (Sand Mining In Bihar) शुरू हो जाएगा. ये खनन पटना समेत आठ जिलों ( पटना, भोजपुर, सारण, रोहतास, औरंगाबाद, गया, लखीसराय, जमुई ) में शुरू होगा. आठ जिलों के सभी 150 बालू घाटों की पर्यावरणीय स्वीकृति पहले से ही मिली हुई है. जहां खनन किया जा सकता है और यह पूरी तरह वैध होगा. बालू घाटों की नीलामी की प्रक्रिया 4 दिसंबर को पूरी कर ली गई है.
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वर्तमान समय में बिहार के 8 जिलों में बालू खनन चल रहा है. उम्मीद जताई जा रही है कि पहले की तुलना में बालू के दामों में थोड़ी वृद्धि हो सकती है. इस वर्ष के प्रारंभ में जिलों में बालू की उपयोगिता बढ़ गई थी, जिसके कारण बालू की कीमत 4,400 से बढ़कर 4,900 प्रति सीएफटी दर्ज किया गया है.
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दरअसल, खनिज विकास निगम ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद पटना, भोजपुर, सारण, रोहतास, औरंगाबाद, गया, लखीसराय, जमुई जिले के बालू घाटों की नीलामी की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. इसके लिए राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद से सीटीओ लिया जाना है. सीटीओ मिलते ही इन जिलों में खनन का काम शुरू कर दिया जाएगा. खान एवं भूतत्व विभाग बालू की कीमतों को लेकर नए सिरे से मंथन कर रहा है. माना जा रहा है कि बालू की कीमतों में मामूली वृद्धि हो सकती है. जिसके बाद जल्दी बालू की किल्लत इन 8 जिलों में दूर हो जाएगी.
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