पटना: दिल्ली में आयोजित इंडिया की बैठक में पीएम पद के उम्मीदवार के लिए कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम आगे किए जाने को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसा है. उन्होंने सीएम नीतीश को पीड़ित बताते हुए कहा कि उनके साथ धोखा हुआ है.
पीएम उम्मीदवार के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम: दरअसल दिल्ली में हुई इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक में ममता बनर्जी ने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम आगे कर दिया. जिसके बाद से बीजेपी के लोग इसपर चुटकी ले रहे हैं. बीजेपी के दिग्गज नेता सम्राट चौधरी ने कहा कि कुछ लोगों ने सीएम को पीएम का सपना दिखा कर बीजेपी से अलग कराने के लिए उन्हें गुमराह किया गया, लेकिन अब उनको साइडलाइन कर दिया गया है.
'नीतीश के अपने लोग ही कररहे सवाल': उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के सांसद ही उनके क्षेत्र में 30 साल से पानी की व्यवस्था नहीं करने को लेकर सवाल उठा रहे हैं. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उनके सांसदों के साथ बैठक को लेकर कहा कि सभी पार्टी के लोगों को बातचीत करनी चाहिए, लेकिन इससे कुछ होने जाने वाला नहीं है. इंडी गठबंधन कुछ भी कर ले लेकिन इस बार जनता ने मन बना लिया है.
लालू-तेजस्वी को ईडी का नोटिस: वहीं उन्होंने लालू परिवार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि नोटिस से लालू परिवार को कोई फर्क नहीं पड़ता है, उन्हें इसकी आदत लग चुकी है. पिछले 27 सालों से लालू यादव को सीबीआई और ईडी नोटिस भेज रही है. वो जेल में भी रहे हैं. अब उनके लिए यह कोई नई बात नहीं है. लालू यादव आदतन अपराधी हैं और यही कारण है कि बार-बार सीबीआई या ईडी उन्हें नोटिस भेजकर बुलाती है.
"पिछले 27 वर्षों से लालू जी सीबीआई की यात्रा कर रहे हैं. उनको इसकी आदत लग चुकी है. जदयू भी कहते रही है कि लालू यादव अपराध करते हैं. पहले से पता था कि नीतीश जी को गुमराह करके प्रधानमंत्री का सपना दिखाकर उन्हें बीजेपी से अलग कराया गया. 2024 में उनका खाता भी नहीं खुलेगा."- सम्राट चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी
विपक्षी एकजुटता के पीछे सीएम: विपक्षी दलों को एकजुट करने में सीएम नीतीश की मुख्य भूमिका है. इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि वो नीतीश कुमार ही थे जिन्होंने अलग-अलग राज्यों का भ्रमण कर नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया था और बीजेपी के विरोधियों को एक साथ एक मंच पर लाकर खड़ा किया. विपक्षी एकजुटता के बाद से ये चर्चा तेज थी कि सीएम नीतीश को ही विपक्षी दलों के इंडिया एलायंस का पीएम उम्मीदवार बनाया जाएगा.