पटना: बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पागल हो गए हैं और उन्हें पागलखाने में भेजने का जरूरत है, जहां उनका इलाज हो सके.
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बोले सम्राट चौधरी- 'शिक्षा मंत्री को इलाज की जरूरत': सम्राट चौधरी ने कहा कि हम अपने पैसे से उनका इलाज करवाने का काम करेंगे, ताकि रामचरितमानस पर फिर से वो इस तरह का बयान नहीं दें. उनके बयान की पूरे देश में निंदा हो रही है और वह बार-बार अपने बयान को लेकर कह रहे हैं कि सही है. इसका मतलब साफ है कि वह मानसिक रूप से ठीक नहीं है और उन्हें फौरन इलाज की जरूरत है.
'सीएम नीतीश को कुछ पता नहीं है': सम्राट चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बक्सर में किसानों पर लाठीचार्ज हुआ मुख्यमंत्री को पता नहीं है. शिक्षा मंत्री रामचरितमानस को लेकर इतना बड़ा बयान दे देते हैं मुख्यमंत्री को पता नहीं है. उनको कुछ नहीं पता है. समझ नहीं आता वे बिहार के या नेपाल के सीएम हैं, उन्हें किसी बात का पता नहीं रहता है.
'सीएम को सिर्फ कुर्सी की पड़ी है': उन्होंने कहा कि ऐसे मुख्यमंत्री को अपने पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है. अब उन्हें इस्तीफा देकर कल्याण बिगहा आश्रम में चले जाना चाहिए. महागठबंधन में आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्या से क्या हो गए हैं, जनता देख रही है. उन्हे सिर्फ अपने कुर्सी की परवाह है और उसी को लेकर परेशान रहते हैं.
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का विवादित बयान ?: शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर बोलते हुए कहा था कि, 'रामचरितमानस ग्रंथ समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है. यह समाज में दलितों, पिछड़ों और महिलाओं को पढ़ाई से रोकता है. उन्हें उनका हक दिलाने से रोकता है. मनुस्मृति ने समाज में नफरत का बीज बोया. मनुस्मृति को बाबा साहब अंबेडकर ने इसलिये जलाया क्योंकि वह दलितों और वंचितों के हक छीनने की बातें करती है.' शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के इस बयान के बाद देश की राजनीति में बवाल मचा है.