पटना: लोक आस्था का महापर्व छठ समाप्त हो गया है और इसके बाद अब मीट के बाजारों में ग्राहकों की संख्या बढ़ गई है. छठ के समय मीट की बिक्री जो काफी हद तक घट गई थी, वह अब अचानक से बढ़ गई है. मीट शॉप पर मुर्गा बेच रहे दुकानदारों का कहना है कि पिछले 2 दिनों से बाजार में मुर्गे के कीमत में बढ़ोतरी का ट्रेंड है.
बोरिंग रोड चौराहा स्थित मीट मार्केट के दुकानदार मोहम्मद दिलसेन ने बताया कि छठ के समय बिक्री ना के बराबर रह गई थी. लेकिन अब बाजार में बिक्री बढ़ी है. उन्होंने बताया कि अभी के समय एक केजी मुर्गे की खरीद 132 पड़ रही है और वह डेढ़ सौ रुपए में बेच रहे हैं. दिलसेन ने बताया कि पिछले 2 दिनों से मुर्गे के कीमत में बढ़ोतरी हो रही है और आगे लगन का महीना आने वाला है. ऐसे में मुर्गे की कीमतों में और इजाफा होने के संकेत हैं. उन्होंने कहा कि देसी मुर्गे का मीट 600 रुपए प्रति किलो बिक रहा है, जबकि बॉयलर मुर्गे का मीट 200 प्रति किलो बिक रहा है.
क्या कहते हैं दुकानदार जहांगीर खान
दुकानदार जहांगीर खान ने बताया कि दिनभर मुर्गे की बिक्री काफी हुई है. लेकिन शाम के समय में अभी बिक्री कम हो रही है और इसका मुख्य वजह कोरोना है. उन्होंने बताया कि बाजार में बॉयलर मुर्गी ज्यादा बिक रही है और देसी मुर्गे कम बिक रहे हैं, क्योंकि देसी मुर्गे की कीमत ज्यादा है. जहांगीर ने बताया कि बोरिंग रोड स्थित यह मीट मार्केट चिकन मीट का पटना का सबसे बड़ा मार्केट है और यहां काफी दूर से लोग मीट खरीदने आते हैं. उन्होंने बताया कि यहां सभी प्रकार के मुर्गे अवेलेबल रहते हैं और लोग अभी के समय इम्युनिटी बढ़ाने के लिए मीट मांस का सेवन कर रहे हैं. इसलिए ज्यादातर बॉयलर ही खरीद रहे हैं और अभी के समय लोगों के पॉकेट में पैसे की कमी है. इस वजह से देसी मुर्गे की बिक्री काफी कम हो रही है.