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हार के बाद सदानंद के बयान पर कांग्रेस-राजद आमने सामने, बीजेपी ने ली चुटकी

नतीजों के बाद अब कांग्रेस ने कहा है कि सीट बंटवारे में उनके साथ अन्याय हुआ. जिसपर BJP ने इसके लिए खुद कांग्रेस को ही दोषी करार दिया है.

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Published : May 24, 2019, 5:34 PM IST

सदानंद के बयान पर सियासत

पटना: लोकसभा चुनाव में महागठबंधन को भारी निराशा हाथ लगी है. 40 सीटों में से महज एक सीट पर महागठबंधन को जीत हासिल हुई. नतीजों के बाद अब कांग्रेस ने कहा है कि सीट बंटवारे में उनके साथ अन्याय हुआ. जिसपर बीजेपी ने इसके लिए खुद कांग्रेस को ही दोषी करार दिया है. वहीं राजद ने सवाल उठाए हैं कि अगर बिहार में उनके साथ अन्याय हुआ तो यूपी में कौन सा कांग्रेस ने तीर मार लिया.

सदानंद सिंह ने क्या कहा
सदानंद सिंह ने कहा कि महागठबंधन की हार का सबसे बड़ा कारण आपसी तालमेल और टिकट बंटवारे में गड़बड़ी रहा है. वहीं उन्होंने इस करारी हार को लेकर कहा कि महागठबंधन के नेताओं को आत्ममंथन की जरूरत है. बिहार में जनता ने अपना जनादेश भाजपा, जदयू और लोजपा को दिया है. इसलिए अब महागठबंधन के सारे नेताओं को अपने गिरेबां में झांकना होगा. उसे समझना होगा कि ऐसी कौन सी स्थिति बनी कि महागठबंधन का वोट एनडीए में चला गया.

'सीट शेयरिंग से मिली हार'
सदानंद सिंह ने कहा कि महागठबंधन में जिस तरह से सीटों को लेकर तालमेल का दौर चला और टिकट का बंटवारा समय पर नहीं हो पाया. वह हार का एक बड़ा कारण बना. हमने अपने नेतृत्व को पहले ही बता दिया था, कि टिकट का बंटवारा बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था. लेकिन इस पर शीर्ष नेताओं ने भी ध्यान नहीं दिया.

सदानंद सिंह, कांग्रेस नेता

RJD का पलटवार
सदानंद सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए राजद नेता चितरंजन गगन ने कहा कि ना जाने क्यों सदानंद सिंह इस तरह के सवाल उठा रहे हैं. अगर बिहार में उनके साथ सीट बंटवारे में न्याय नहीं हुआ, तो यूपी में उन्होंने कौन सा तीर मार लिया? उन्हें इस बात का जवाब देना चाहिए.

राजद का पलटवार

BJP का बयान
इधर, बीजेपी प्रवक्ता संजय टाइगर ने चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस खुद अपने किए का खामियाजा भुगत रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस जिस भ्रष्ट राष्ट्रीय जनता दल के भरोसे चुनाव लड़ी. उससे तो उनकी हार तय ही थी. उन्होंने यहां तक कहा कि बिहार में कांग्रेस का सफर सदाकत आश्रम से शुरू होता है. वहीं खत्म हो जाता है. उन्हें सदाकत आश्रम से बाहर निकलकर जनता के बीच जाना चाहिए और खुद के भरोसे चुनाव लड़ना चाहिए.

पटना: लोकसभा चुनाव में महागठबंधन को भारी निराशा हाथ लगी है. 40 सीटों में से महज एक सीट पर महागठबंधन को जीत हासिल हुई. नतीजों के बाद अब कांग्रेस ने कहा है कि सीट बंटवारे में उनके साथ अन्याय हुआ. जिसपर बीजेपी ने इसके लिए खुद कांग्रेस को ही दोषी करार दिया है. वहीं राजद ने सवाल उठाए हैं कि अगर बिहार में उनके साथ अन्याय हुआ तो यूपी में कौन सा कांग्रेस ने तीर मार लिया.

सदानंद सिंह ने क्या कहा
सदानंद सिंह ने कहा कि महागठबंधन की हार का सबसे बड़ा कारण आपसी तालमेल और टिकट बंटवारे में गड़बड़ी रहा है. वहीं उन्होंने इस करारी हार को लेकर कहा कि महागठबंधन के नेताओं को आत्ममंथन की जरूरत है. बिहार में जनता ने अपना जनादेश भाजपा, जदयू और लोजपा को दिया है. इसलिए अब महागठबंधन के सारे नेताओं को अपने गिरेबां में झांकना होगा. उसे समझना होगा कि ऐसी कौन सी स्थिति बनी कि महागठबंधन का वोट एनडीए में चला गया.

'सीट शेयरिंग से मिली हार'
सदानंद सिंह ने कहा कि महागठबंधन में जिस तरह से सीटों को लेकर तालमेल का दौर चला और टिकट का बंटवारा समय पर नहीं हो पाया. वह हार का एक बड़ा कारण बना. हमने अपने नेतृत्व को पहले ही बता दिया था, कि टिकट का बंटवारा बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था. लेकिन इस पर शीर्ष नेताओं ने भी ध्यान नहीं दिया.

सदानंद सिंह, कांग्रेस नेता

RJD का पलटवार
सदानंद सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए राजद नेता चितरंजन गगन ने कहा कि ना जाने क्यों सदानंद सिंह इस तरह के सवाल उठा रहे हैं. अगर बिहार में उनके साथ सीट बंटवारे में न्याय नहीं हुआ, तो यूपी में उन्होंने कौन सा तीर मार लिया? उन्हें इस बात का जवाब देना चाहिए.

राजद का पलटवार

BJP का बयान
इधर, बीजेपी प्रवक्ता संजय टाइगर ने चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस खुद अपने किए का खामियाजा भुगत रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस जिस भ्रष्ट राष्ट्रीय जनता दल के भरोसे चुनाव लड़ी. उससे तो उनकी हार तय ही थी. उन्होंने यहां तक कहा कि बिहार में कांग्रेस का सफर सदाकत आश्रम से शुरू होता है. वहीं खत्म हो जाता है. उन्हें सदाकत आश्रम से बाहर निकलकर जनता के बीच जाना चाहिए और खुद के भरोसे चुनाव लड़ना चाहिए.

Intro: हार के बाद बोले सदानंद सिंह महागठबंधन नेताओं को हार पर आत्ममंथन की जरूरत है---


Body:पटना--- लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की मिली करारी हार के बाद महागठबंधन के सारे नेता चुप्पी साद लिए हैं बिहार में एनडीए ने जिस तरह से प्रदेश में अपनी जीत दर्ज की है उससे राजद बीआईपी आरएलएसपी का सूपड़ा सांप हो गया है लेकिन वही कांग्रेस ने अपने एक सीट पर जीत दर्ज की है महागठबंधन के अंदर नेताओं का अब खींचतान दिखने लगा है कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह ने कहा महागठबंधन की हार का सबसे बड़ा कारण आपसी तालमेल और टिकट बंटवारे में गड़बड़ी रहा है वहीं उन्होंने इस करारी हार को लेकर कहां की महागठबंधन के नेताओं को आत्ममंथन की जरूरत है बिहार में जिस तरह से जनता ने अपना जनादेश भाजपा जदयू और लोजपा को दिया है इसलिए अब महागठबंधन के सारे नेताओं को अपने गिरेबान में झांकना होगा क्यों ऐसी स्थिति बनी की महागठबंधन का वोट एनडीए में चला गया।

जिस तरह से देश भर में सांसदों ने अपना जीत दर्ज की है बिहार में तो एनडीए के जितने भी सांसद चुने गए हैं सब उन्हें अपना जीत का मार्जिन मैं बहुत बड़ा अंतर रखा है जिसको लेकर सदानंद सिंह ने कहा कि देश की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा किया है हालांकि की सदानंद सिंह ने कहा प्रधानमंत्री के रूप में लोग नरेंद्र मोदी को ही देखना चाह रहे थे इसलिए लोगों ने अपना मत NDA को दिया लेकिन राज्य के चुनाव में कोई जरूरी नहीं कि राज्य के चुनाव में भी उनके नाम पर वोट मिले सदानंद सिंह ने कहा महागठबंधन में जिस तरह से सीटों को लेकर तालमेल का दौर चला और टिकट का बंटवारा समय पर नहीं हो पाया लेकिन हमने अपने सिर्फ नेतृत्व को पहले ही हैं बता दिया था कि टिकट का बंटवारा बहुत पहले ही ही हो जाना चाहिए था लेकिन इस पर सिर्फ नेताओं ने भी ध्यान नहीं दिया तो कहीं ना कहीं जो हार हुई है महागठबंधन की उसमें आपसी तालमेल का बहुत ही बड़ा अभाव था और देश की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा जताया है ।

सदानंद सिंह के साथ 121 अरविंद राठौर


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