तेल अवीव: इजराइली लोग 7 अक्टूबर, 2023 को हमास द्वारा किए गए हमले के एक साल पूरे होने पर सोमवार को शोक सभा और शोक समारोह आयोजित कर रहे थे, जो देश के इतिहास में सबसे घातक हमला था. इस हमले ने गाजा में युद्ध को जन्म दिया और इजराइलियों को अमिट जख्म दिया.
सीमा पार से अचानक हुए इस हमले ने इजराइलियों की सुरक्षा की भावना को चकनाचूर कर दिया. साथ ही उनके नेताओं और उनकी सेना में उनके विश्वास को हिला दिया. इसके झटके एक साल बाद भी महसूस किए जा सकते हैं. फिलहाल गाजा में युद्ध जारी है और इजराइल हिजबुल्लाह के खिलाफ भी एक नया युद्ध लड़ रहा है. साथ ही ईरान के साथ भी संघर्ष बढ़ रहा है - जो हमास और हिजबुल्लाह दोनों आतंकवादी समूहों का समर्थन करता है.
तेलअवीव में गूंज उठे सायरन
इस बीच सोमवार को जब पूरा विश्व ईरान पर इजराइल के हमले की उम्मीद कर रहा था, उसी समय हमास ने इजराइल पर फिर से हमला कर दिया और दिखाया कि वह अभी भी लड़ाई लड़ रहा है. हमास ने आज इजराइल पर की रॉकेट दागे, जिससे तेल अवीव में हवाई हमले के सायरन बजने लगे, साथ ही गाजा सीमा के करीब भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला.
बता दें कि गाजा अभी भी युद्ध के बोझ तले दबा हुआ है, यहां कोई औपचारिक स्मारक कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया. वहीं, दूसरी तरफ इजराइल में देश भर में समारोहों, कब्रिस्तानों और स्मारक स्थलों पर लोग उमड़ रहे थे. वे सैकड़ों पीड़ितों और दर्जनों बंधकों को याद कर रहे थे जो अभी भी हमास की कैद में हैं. साथ ही उन्होंने उन सैनिकों भी याद किया जो बंधकों को बचाने की कोशिश में घायल या मारे गए.
आज ही के दिन हमास ने किया था हमला
न्यूज एंजेसी एपी के मुताबिक यह हमले आज सुबह 6:29 बजे हुआ. इस समय इजराइली नागरिक नोवा संगीत समारोह में मारे गए लोगों के परिवार, इजराइली राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग के साथ, उस जगह पर एकत्र हुए थे जहां लगभग 400 लोगों को गोली मार दी गई थी और जहां से कई अन्य लोगों को बंधक बनाया गया था.
समारोह के दौरान बजने वाले ट्रान्स संगीत को कुछ देर तक बजाने के बाद, पीड़ितों के सैकड़ों परिवार के सदस्य और मित्र मौन के लिए खड़े हुए. इस बीच एक महिला की तीखी चीख ने सन्नाटे को तोड़ा, क्योंकि कुछ ही किलोमीटर दूर गाजा में जारी लड़ाई में धमाके गूंज रहे थे.
1200 इजराइली नागरिकों की मौत
बता दें कि पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास के हमले में 1,200 लोग मारे गए थे, जिनमें ज़्यादातर आम नागरिक थे और करीब 250 लोगों को बंधक बनाकर गाजा में ले जाया गया ता, जिसका असर इसराइल के दैनिक जीवन पर पड़ रहा है. दर्जनों बंधकों के लिए जो अभी भी कैद में हैं, उनके संघर्ष का कोई अंत नजर नहीं आ रहा है.
सीमावर्ती इलाकों से हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं. गाजा और लेबनान में सैनिक मारे जा रहे हैं. युद्ध के दौरान अपने आचरण को लेकर इजराइल को लगातार अंतरराष्ट्रीय आलोचना का सामना करना पड़ रहा है, दो विश्व न्यायालय उसके कार्यों की जांच कर रहे हैं.
गाजा में युद्ध में अब तक 41,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं, इस क्षेत्र की 2.3 मिलियन आबादी में से ज़्यादातर लोग विस्थापित हो गए हैं और मानवीय संकट पैदा हो गया है, जिसके कारण व्यापक भूखमरी फैल गई है. इसने छोटे से तटीय इलाके को भी तबाह कर दिया है, जिसकी पहचान करना मुश्किल है, क्योंकि अमेरिका के नेतृत्व में संघर्ष विराम के प्रयास बार-बार विफल हो रहे हैं.