पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज फिर से जनता दरबार (Nitish kumar Janta Darbar In Patna) में आम लोगों की शिकायतें सुन रहे हैं. जहां पंचायती राज, ग्रामीण विकास, नगर विकास एवं आवास, पशुपालन, जल संसाधन, कृषि, पीएचइडी सहित कई विभागों से जुड़ी लोगों की समस्याएं सुनी जा रही हैं. इस बीच एक फरियादी जनता दरबार में ग्रामीण विकास विभाग (Rural Development Department complaint) से संबंधित अपनी समस्या लेकर पहुंचा. जहां फरियादी की बात सुनकर सीएम तुरंत अधिकारियों को तलब करने लगे.
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दरअसल जनता दरबार में पहुंचे फरियादी ने सीएम को बताया कि 2017 में उसका घर जल गया था. प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आवेदन किया था, लेकिन वो भी अब तक नहीं मिला. बल्कि आवास सहायक द्वारा आरोप लगाया गया है कि मुझे योजना का लाभ मिल चुका है. फरियादी की बात सुनकर सीएम ने तुरंत चीफ सिक्रेटरी आमिर सुबहानी को बुलाया और कहा कि पूरे मामले को ठीक से समझिये कि ये क्या हो रहा है.
'2017 में मेरा घर जलकर राख हो गया. जब प्रधानमंत्री अवास योजना में मेरा नाम आया तो आवास सहायक द्वारा यह कह कर मेरा नाम सूची से काट दिया गया, कि मुझे आवास मिल चुका है. मुझ पर झुठा आरोप लगाया गया कि आवास मिल चुका है. जब लोक शिकायत निवारण में आवेदन दिया तो वहां भी सुनवाई के लिए जाने नहीं दिया गया, धमकी दी गई कि जान से मार देंगे. एक डेट पर गया दूसरी डेट पर नहीं जा सका'- फरियादी
हैरान रह गए सीएमः फरियादी की बात सुनकर सीएम हैरान रह गए और अधिकारियों को तलब किया. उन्होंने कहा कि आप लोग पूरी जानकारी क्यों नहीं लेते. सीएम ने चीफ सिक्रेटरी को बुलाया कहा कि पूरे मामले को समझकर ग्रामीण विकास से बात किजीए. साथ ही उन्हेंने फरियादी को भी कहा कि आप की लोक शिकायत निवारण में जब डेट थी तो जाना चाहिए था. इस पर उसने कहा कि मुझे धमकी मिली थी. इस लिए मैं नहीं जा सका.
'ये क्या बात करते हो, फालतू बात करते हो, चीफ सिक्रेटरी को बुलाइये...इसको जरा सुनिये कौन धमकी दे रहा है, लोक शिकायत में गया तो वहां निवारण क्यों नहीं हुआ. यहां आया है. इसका घर जल गया तो आवास योजना का लाभ क्यों नहीं मिल रहा है, पूरी बात को समझिये और देखिये क्या मामला है'- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
कई विभागों की सुनी जा रही शिकायतेंः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज यानी तीसरे सोमवार को ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज विभाग, ऊर्जा विभाग, पथ निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, जल संसाधन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग, परिवहन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, योजना विकास विभाग, भवन निर्माण विभाग, पर्यटन विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित शिकायतें सुन रहे हैं.
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कोरोना गाइडलाइन का रखा जा रहा ध्यान: कोरोना गाइडलाइन का जनता दरबार में सख्ती से पालन हो रहा है. जनता दरबार (Janata Darbar in Patna) में लोगों को सीमित संख्या में बुलाया जा रहा है. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वाले फरियादी का कोरोना टेस्ट कराया जाता है. उसके बाद ही जिला प्रशासन के माध्यम से जनता दरबार में लाया जाता है. मुख्यमंत्री का जनता दरबार सुबह 11 बजे से सीएम सचिवालय संवाद के ठीक बगल में बनाए गए हॉल में शुरू हुवा.
संबंधित विभाग के मंत्री और अधिकारी रहेंगे मौजूद: जनता दरबार में संबंधित विभागों के सभी मंत्री और मुख्य सचिव, डीजीपी सहित अन्य आला अधिकारी मौजूद हैं. जनता दरबार में मुख्यमंत्री ऑन स्पॉट लोगों की शिकायतों को दूर करने कर रहे हैं. काफी संख्या में लोग जनता दरबार के बाहर भी पहुंच जाते हैं क्योंकि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. परेशान लोग मुख्यमंत्री से गुहार लगाने जनता दरबार के बाहर पहुंचते हैं. प्रशासन के लोग उन्हें जनता दरबार में जाने की अनुमति नहीं देते हैं. जिससे उन्हें निराश होकर लौटना पड़ता है.
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