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जय प्रकाश विवि के VC ने मुख्यमंत्री कोष को बताया अशुद्ध तो सदन में हुआ बवाल

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Published : Jul 26, 2019, 7:28 PM IST

Updated : Jul 27, 2019, 12:22 AM IST

कुलपति के बयान को लेकर सदन में सभी पार्टियों के सदस्यों ने एक सुर में सभापति से वीसी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. मामला वीरेंद्र नारायण यादव ने उठाया.

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पटना: सारण स्थित जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति के बयान को लेकर विधान परिषद में आज जमकर बवाल हुआ. सदन के सदस्यों ने जेपी यूनिवर्सिटी के वीसी पर अवमानना के तहत कार्रवाई की मांग की. दरअसल, जेपी विवि के वीसी ने यूनिवर्सिटी में जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा लगाने में मुख्यमंत्री कोष का इस्तेमाल करने से मना करते हुये मुख्यमंत्री कोष को अशुद्ध बताया और कहा कि मैं इसके लिए भिक्षाटन से पैसे जमा करूंगा.

पेश है रिपोर्ट

वीसी के इसी बयान को लेकर सदन में जबरदस्त हंगामा हुआ. हंगामा इतना बढ़ा कि सभापति को सदन के सदस्यों को आश्वासन देना पड़ा कि वे शिक्षा मंत्री से बात कर आगे की कार्रवाई करेंगे. वीसी के बयान पर जदयू विधान पार्षद देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि ये विधायिका का अपमान है. इस पर कार्रवाई जरूर की जायेगी. वहीं कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि सरकार पहले इसका जवाब दे कि ऐसे कुलपति को क्यों नियुक्त किया गया, जिसके खिलाफ इतने सारे केस चल रहे हों. प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि जेपी विवि के वीसी के ऊपर बनारस से लेकर तमाम जगह कई मुकदमे चल रहे हैं.

वीसी के बयान पर सदन में हंगामा
इन सवालों के जवाब में शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने कहा कि मामले में जांच की जा रही है. दोषी पाये जाने पर कुलपति के खिलाफ कार्रवाई जरूर की जायेगी. बता दें कि कुलपति के बयान को लेकर सदन में सभी पार्टियों के सदस्यों ने एक सुर में सभापति से वीसी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. मामला वीरेंद्र नारायण यादव ने उठाया. उनका कहना था कि जेपी यूनिवर्सिटी के वीसी ने मुख्यमंत्री कोष को अशुद्ध करार दिया है. वीसी ने मुख्यमंत्री कोष को अशुद्ध बताते हुये कहा कि प्रतिमा लगाने के लिये मैं भिक्षाटन से पैसे जमा करूंगा.

पटना: सारण स्थित जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति के बयान को लेकर विधान परिषद में आज जमकर बवाल हुआ. सदन के सदस्यों ने जेपी यूनिवर्सिटी के वीसी पर अवमानना के तहत कार्रवाई की मांग की. दरअसल, जेपी विवि के वीसी ने यूनिवर्सिटी में जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा लगाने में मुख्यमंत्री कोष का इस्तेमाल करने से मना करते हुये मुख्यमंत्री कोष को अशुद्ध बताया और कहा कि मैं इसके लिए भिक्षाटन से पैसे जमा करूंगा.

पेश है रिपोर्ट

वीसी के इसी बयान को लेकर सदन में जबरदस्त हंगामा हुआ. हंगामा इतना बढ़ा कि सभापति को सदन के सदस्यों को आश्वासन देना पड़ा कि वे शिक्षा मंत्री से बात कर आगे की कार्रवाई करेंगे. वीसी के बयान पर जदयू विधान पार्षद देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि ये विधायिका का अपमान है. इस पर कार्रवाई जरूर की जायेगी. वहीं कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि सरकार पहले इसका जवाब दे कि ऐसे कुलपति को क्यों नियुक्त किया गया, जिसके खिलाफ इतने सारे केस चल रहे हों. प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि जेपी विवि के वीसी के ऊपर बनारस से लेकर तमाम जगह कई मुकदमे चल रहे हैं.

वीसी के बयान पर सदन में हंगामा
इन सवालों के जवाब में शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने कहा कि मामले में जांच की जा रही है. दोषी पाये जाने पर कुलपति के खिलाफ कार्रवाई जरूर की जायेगी. बता दें कि कुलपति के बयान को लेकर सदन में सभी पार्टियों के सदस्यों ने एक सुर में सभापति से वीसी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. मामला वीरेंद्र नारायण यादव ने उठाया. उनका कहना था कि जेपी यूनिवर्सिटी के वीसी ने मुख्यमंत्री कोष को अशुद्ध करार दिया है. वीसी ने मुख्यमंत्री कोष को अशुद्ध बताते हुये कहा कि प्रतिमा लगाने के लिये मैं भिक्षाटन से पैसे जमा करूंगा.

Intro:छपरा के जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति के बयान को लेकर विधान परिषद में आज जमकर बवाल हुआ सदन के सदस्यों ने जेपी यूनिवर्सिटी के वीसी पर अवमानना के तहत कार्रवाई की मांग सहमति से की हंगामा इतना बढ़ा कि सभापति को सदन को आश्वासन देना पड़ा कि वे शिक्षा मंत्री से बात कर आगे की कार्रवाई करेंगे।


Body:जेपी यूनिवर्सिटी के कुलपति के बयान को लेकर सदन में सभी सदस्यों ने एक सुर में सभापति से कार्रवाई की मांग की। मामला वीरेंद्र नारायण यादव ने उठाया। उनका कहना था कि जेपी यूनिवर्सिटी के वीसी ने बयान दिया है और मुख्यमंत्री कोष को अशुद्ध करार दिया है। उनके मुताबिक जेपी विवि के वीसी ने यूनिवर्सिटी में जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा लगाने में मुख्यमंत्री कोष के इस्तेमाल से मना कर दिया। वीसी ने मुख्यमंत्री कोष को अशुद्ध बताया और कहा कि मैं इसके लिए भिक्षा टन से पैसे जमा करूंगा। वीसी के इसी बयान को लेकर सदन में जबर्दस्त हंगामा हुआ। सदन के सभी सदस्यों ने एक सुर में सभापति से कहा कि ऐसे वीसी पर तुरंत कार्यवाई होनी चाहिए और उसे बर्खास्त कर देना चाहिए।
आखिरकार सभापति हारून रशीद ने सदस्यों को आश्वासन दिया कि वे शिक्षा मंत्री के साथ बैठक कर इस मामले की जानकारी लेंगे और यथासंभव कार्रवाई करेंगे।


Conclusion:देवेश चंद्र ठाकुर विधान पार्षद
प्रेमचंद्र मिश्रा कांग्रेस नेता
कृष्णनंदन वर्मा शिक्षा मंत्री
Last Updated : Jul 27, 2019, 12:22 AM IST
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