पटना: सारण स्थित जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति के बयान को लेकर विधान परिषद में आज जमकर बवाल हुआ. सदन के सदस्यों ने जेपी यूनिवर्सिटी के वीसी पर अवमानना के तहत कार्रवाई की मांग की. दरअसल, जेपी विवि के वीसी ने यूनिवर्सिटी में जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा लगाने में मुख्यमंत्री कोष का इस्तेमाल करने से मना करते हुये मुख्यमंत्री कोष को अशुद्ध बताया और कहा कि मैं इसके लिए भिक्षाटन से पैसे जमा करूंगा.
वीसी के इसी बयान को लेकर सदन में जबरदस्त हंगामा हुआ. हंगामा इतना बढ़ा कि सभापति को सदन के सदस्यों को आश्वासन देना पड़ा कि वे शिक्षा मंत्री से बात कर आगे की कार्रवाई करेंगे. वीसी के बयान पर जदयू विधान पार्षद देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि ये विधायिका का अपमान है. इस पर कार्रवाई जरूर की जायेगी. वहीं कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि सरकार पहले इसका जवाब दे कि ऐसे कुलपति को क्यों नियुक्त किया गया, जिसके खिलाफ इतने सारे केस चल रहे हों. प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि जेपी विवि के वीसी के ऊपर बनारस से लेकर तमाम जगह कई मुकदमे चल रहे हैं.
वीसी के बयान पर सदन में हंगामा
इन सवालों के जवाब में शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने कहा कि मामले में जांच की जा रही है. दोषी पाये जाने पर कुलपति के खिलाफ कार्रवाई जरूर की जायेगी. बता दें कि कुलपति के बयान को लेकर सदन में सभी पार्टियों के सदस्यों ने एक सुर में सभापति से वीसी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. मामला वीरेंद्र नारायण यादव ने उठाया. उनका कहना था कि जेपी यूनिवर्सिटी के वीसी ने मुख्यमंत्री कोष को अशुद्ध करार दिया है. वीसी ने मुख्यमंत्री कोष को अशुद्ध बताते हुये कहा कि प्रतिमा लगाने के लिये मैं भिक्षाटन से पैसे जमा करूंगा.