नई दिल्ली/पटना: बिहार में इस साल विधानसभा के चुनाव होने हैं. राजनीतिक दलों ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है. बीजेपी ने वर्चुअल रैली करने का ऐलान किया है. इसको लेकर इनदिनों राजनीति गरमाई हुई है.
रालोसपा के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव माधव आनंद ने केंद्र और राज्य सरकार पर लगाए गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने बीजेपी पर कोरोनाकाल में राजनीति करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सभी लोग मुसीबत में हैं, गरीब लोगों को खाने के लिए दो वक्त की रोटी नहीं मिल रही है. ऐसे में बीजेपी वर्चुअल रैली और राजनीति करने में लगी है.
माधव आनंद की नसीहत
माधव आनंद ने कहा है कि वर्चुअल तरीके से अगर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार के लोगों से जुड़ेंगे तो,'मैं अमित शाह से कहना चाहता हूं कि जनता की समस्याओं को सुनने का काम कीजिए. जिन प्रवासी मजदूरों की बिहार में वापसी हुई है उनकी क्या स्थिति है यह जानिए.'
'अपनी उपलब्धियां गिनाने से कोई लाभ नहीं'
माधव आनंद ने कहा कि है कि बीजेपी अपनी उपलब्धियां गिनाने और उसका चुनावी लाभ लेने के लिए इस संकट की स्थिति में रैली कर रही है. बिहार की जनता बहुत परेशान है. केंद्र और राज्य दोनों जगह एनडीए की सरकार है. लेकिन, इस डबल इंजन वाली सरकार से बिहार को कुछ नहीं मिल रहा है.
7 जून को शाह की रैली
बता दें कि बीजेपी अभी से आगामी बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी में लग गई है. अक्टूबर-नंवबर के महीने में बिहार में चुनाव होने हैं. इसको लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 7 जून को वर्चुअल रैली करेंगे. वह बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे. 60 हजार बूथों पर इसका सीधा प्रसारण किया जाएगा.