पटना: बिहार में महागठबंधन का भविष्य हमेशा से चर्चा का विषय रहा है. बीते दिनों हम प्रमुख जीतनराम मांझी ने आरजेडी को जल्द से जल्द कोआर्डिनेशन कमिटी को लेकर अल्टीमेटम भी दिया था. इसी क्रम में रालोसपा ने अपने स्तर से एक तीन सदस्यीय वाले टीम का गठन भी किया था.
कोआर्डिनेशन कमिटी के लेकर रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी और कोषाध्यक्ष राजेश यादव, और प्रदेश उपाध्यक्ष विरेंद्र चौधरी रविवार को राजद कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से मुलाकात की. हालांकि, इस बारे में राजद और रालोसपा के नेता कुछ भी बोलने से बचते दिखे. दोनों दल के नेताओं ने इस बैठक को महज औपचारिक करार दिया. लेकिन मिल रही जानकारी के अनुसार इस बैठक में कोआर्डिनेशन कमिटी पर चर्चा हुई थी.
'दो दलों के बीच होते रहती है बैठक'
राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से मुलाकात के बाद रालोसपा प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी ने कहा कि दो दलों के बीच बातचीत और बैठकें होते रहती है. इस बैठक में कोआर्डिनेशन कमिटी को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है.महागठबंधन में सब कुछ अच्छा चल रहा है. चाय पीने आए हुए थे. यह महज एक औपचारिक मुलाकात थी.
वहीं, राजद प्रवक्ता मृत्युन्जय तिवारी ने कहा कि महागठबंधन के सभी नेता मजबूती के साथ एक साथ है. प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह रालोसपा के नेताओं ने मुलाकात की है. हम आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर मिल बैठकर रणनीति बना रहे हैं. महागठबंधन के सभी घटक दल राजद के साथ मिल कर मजबूती से आगे बढ़ रहा है.
महागठबंधन के घटक दल कर रहे कोआर्डिनेशन कमिटी
गौरतलब है कि महागठबंधन के घटक दल लंबे समय से कोआर्डिनेशन कमिटी की मांग करते आ रही है. जिससे घटक दलों के बीच सामंजस्य स्थापित हो सके. बता दें कि महागठबंधन के घटक दल के बीच बात पहुंचाने के लिए एक जरिए की तलाश थी. इस कमी को पूरा करने के लिए हम प्रमुख जीतन राम मांझी ने सबसे पहले समन्वय समिति की मांग की थी. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कोआर्डिनेशन कमिटी की मांग को लेकर राजद को दो टूक कह भी दिया था. यहीं नहीं उन्होंने समन्वय समिति की मांग पूरा नहीं होने पर महागठबंधन छोड़ एनडीए में जाने के संकेत भी दे दिए थे.