पटना : राजधानी में रविवार को महागठबंधन के नेताओं ने कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की. इसके जरिए महागठबंधन में एकजुटता दिखाने की कोशिश की गई. हालांकि, महागठबंधन के इस साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिर्फ तीन पार्टियों के प्रदेश अध्यक्ष पहुंचे थे. जबकि राजद और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा ने अपना प्रतिनिधि भेजा था.
सरकार पर जमकर बोला हमला
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महागठबंधन के नेताओं ने केंद्र और बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला. वहीं, रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि देश अभी खतरनाक दौर से गुजर रहा है. विपक्ष और देश की जनता की आवाज को दबाने की कोशिश हो रही है. मीडिया के माध्यम से भी सरकार के खिलाफ लिखने या बोलने पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है.
'सरकार की खामियों का करेंगे उजागर'
रालोसपा प्रमुख ने कहा कि 15 दिन पहले महागठबंधन के नेताओं की बैठक हुई थी. इसमें यह तय किया गया कि विपक्ष पूरी एकजुटता से सरकार को जवाब देगा. हम बिहार की जनता को न्याय दिलाने का काम करेंगे. इसी कड़ी में 12 अक्टूबर को स्व. राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि के अवसर पर बापू सभागार में विपक्ष के सभी नेता जुटेंगे. इस मौके पर वर्तमान सरकार की खामियों को उजागर किया जाएगा.
महागठबंधन के बड़े नेता दिखे गायब
हालांकि, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महागठबंधन के बड़े नेता गायब दिखे. बैठक में राजद नेता तेजस्वी यादव, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे, हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी नदारद दिखे. राजद और हम ने अपना प्रतिनिधि भेजा. वहीं, इस दौरान रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी, राजद की तरफ से पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सर्वजीत कुमार और हम की तरफ से प्रदेश सचिव अनिल रजक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद रहे.