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RK Sinha On Caste Census: 'पटना में कायस्थों की संख्या 10 लाख..' जातीय गणना पर भड़के आरके सिन्हा- 'मेरे घर भी कोई नहीं आया'

पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पटना में कायस्थ निर्णायक भूमिका में रहते हैं. जातीय गणना पर भड़के आरके सिन्हा ने कहा कि बिहार के हर जिला केंद्र और अनुमंडल केंद्र पर कायस्थ वोटर निर्णायक भूमिका निभाते हैं. हमारी संख्या को कम आंका गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि मेरे घर भी गणना के लिए कोई नहीं आया.

जातीय गणना पर भड़के आरके सिन्हा
जातीय गणना पर भड़के आरके सिन्हा
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 26, 2023, 6:33 PM IST

Updated : Oct 26, 2023, 6:50 PM IST

जातीय गणना पर भड़के आरके सिन्हा

पटना: पूर्व सांसद आरके सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि इस बार चित्रगुप्त पूजा का आयोजन 15 नवंबर को किया जाएगा. इसको लेकर पूरे बिहार के चित्रांश बंधु तैयारी कर रहे हैं. वहीं जातीय गणना के आंकड़े को लेकर उन्होंने जमकर सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मेरे यहां सभी लोग घर पर ही रहते हैं, लेकिन कोई भी कर्मचारी गणना करने के लिए मेरे यहां नहीं आया. मुझसे कोई जानकारी नहीं ली गई.

पढ़ें- Caste Census In Bihar: 'जातीय गणना के अनुसार सरकार में पिछड़ों और अति पिछड़ों को मिले भागीदारी'- प्रशांत किशोर

जातीय गणना पर भड़के आरके सिन्हा: आरके सिन्हा ने दावा किया है कि पूरे बिहार में जिला केंद्र और अनुमंडल केंद्र में कायस्थों की इतनी संख्या है कि उनके वोट से ही उम्मीदवार की जीत होती है. उन्होंने कहा कि पटना महानगर में जितने भी विधानसभा क्षेत्र हैं या लोकसभा क्षेत्र हैं, उसमें भी कायस्थ वोटर की संख्या बहुत ज्यादा है. बावजूद इसके सरकार ने जो गणना की है उसमें उनकी संख्या बहुत कम दिखायी गयी है.

ईटीवी भारत GFX
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"यहां तक कि मेरे घर पर भी गणना करने वाले कोई भी सरकारी कर्मचारी नहीं पहुंचे. अगर कोई सरकारी कर्मचारी हमारे घर पर गणना करने के लिए पहुंचते तो उसका रिकॉर्ड हमारे कार्यालय में जरूर होता. क्योंकि हमारे यहां आने जाने वाले सभी लोगों का रिकॉर्ड मौजूद रहता है. आप समझ लीजिए किस तरह का जातीय गणना वर्तमान सरकार ने कराया है."- आरके सिन्हा, पूर्व राज्यसभा सांसद

'कायस्थों की संख्या कम नहीं'- आरके सिन्हा: आरके सिन्हा ने दावा किया है कि बिहार सरकार के द्वारा जो जातीय गणना के आंकड़े दिए गए हैं, वह गलत है. उन्होंने दावा किया है कि बिहार में कायस्थों की संख्या कम नहीं है. पटना में कायस्थों की संख्या 10 लाख से अधिक के सवाल पर आरके सिन्हा ने कहा कि यह मेरा अनुमान नहीं, बल्कि जमीनी हकीकत है. उन्होंने कहा कि कायस्थ ऐसी जाति होती है जो इन सब चीजों का विरोध नहीं करती है. हम भी इसका विरोध करेंगे न शिकायत करेंगे. हम सिर्फ अपना काम करेंगे.

15 नवंबर को चित्रगुप्त पूजा: आरके सिन्हा ने कहा कि 15 नवंबर चित्रगुप्त पूजा है. इसको लेकर पूजा समितियों के साथ बैठक की गई. पूजा के बाद 16 नवंबर को प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा. इसके बाद मंदिर परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा. बता दें कि आरके सिन्हा चित्रगुप्त मंदिर प्रबंधक समिति के अध्यक्ष भी हैं.

इसे भी पढ़ेंः 'Bihar Caste Survey Report साइंटिफिक.. जिन्हें भरोसा नहीं वो मोदी जी से कहकर देशभर में करवाएं'

इसे भी पढ़ेंः Politics On Caste Census: 'यादव जाति की संख्या 14 फीसदी तक कैसे पहुंची'- जीतन राम मांझी से समझिये गणित

इसे भी पढ़ेंः Caste Census Report: 'जातीय गणना की रिपोर्ट गलत, राजनीतिक लाभ के लिए जारी की गयी'- उपेंद्र कुशवाहा के आरोप

इसे भी पढ़ेंः Caste Census report: 'जातियों के वर्गीकरण में हुआ भेद-भाव, निराकरण आयोग बनाये सरकार'- सुशील मोदी

जातीय गणना पर भड़के आरके सिन्हा

पटना: पूर्व सांसद आरके सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि इस बार चित्रगुप्त पूजा का आयोजन 15 नवंबर को किया जाएगा. इसको लेकर पूरे बिहार के चित्रांश बंधु तैयारी कर रहे हैं. वहीं जातीय गणना के आंकड़े को लेकर उन्होंने जमकर सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मेरे यहां सभी लोग घर पर ही रहते हैं, लेकिन कोई भी कर्मचारी गणना करने के लिए मेरे यहां नहीं आया. मुझसे कोई जानकारी नहीं ली गई.

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जातीय गणना पर भड़के आरके सिन्हा: आरके सिन्हा ने दावा किया है कि पूरे बिहार में जिला केंद्र और अनुमंडल केंद्र में कायस्थों की इतनी संख्या है कि उनके वोट से ही उम्मीदवार की जीत होती है. उन्होंने कहा कि पटना महानगर में जितने भी विधानसभा क्षेत्र हैं या लोकसभा क्षेत्र हैं, उसमें भी कायस्थ वोटर की संख्या बहुत ज्यादा है. बावजूद इसके सरकार ने जो गणना की है उसमें उनकी संख्या बहुत कम दिखायी गयी है.

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"यहां तक कि मेरे घर पर भी गणना करने वाले कोई भी सरकारी कर्मचारी नहीं पहुंचे. अगर कोई सरकारी कर्मचारी हमारे घर पर गणना करने के लिए पहुंचते तो उसका रिकॉर्ड हमारे कार्यालय में जरूर होता. क्योंकि हमारे यहां आने जाने वाले सभी लोगों का रिकॉर्ड मौजूद रहता है. आप समझ लीजिए किस तरह का जातीय गणना वर्तमान सरकार ने कराया है."- आरके सिन्हा, पूर्व राज्यसभा सांसद

'कायस्थों की संख्या कम नहीं'- आरके सिन्हा: आरके सिन्हा ने दावा किया है कि बिहार सरकार के द्वारा जो जातीय गणना के आंकड़े दिए गए हैं, वह गलत है. उन्होंने दावा किया है कि बिहार में कायस्थों की संख्या कम नहीं है. पटना में कायस्थों की संख्या 10 लाख से अधिक के सवाल पर आरके सिन्हा ने कहा कि यह मेरा अनुमान नहीं, बल्कि जमीनी हकीकत है. उन्होंने कहा कि कायस्थ ऐसी जाति होती है जो इन सब चीजों का विरोध नहीं करती है. हम भी इसका विरोध करेंगे न शिकायत करेंगे. हम सिर्फ अपना काम करेंगे.

15 नवंबर को चित्रगुप्त पूजा: आरके सिन्हा ने कहा कि 15 नवंबर चित्रगुप्त पूजा है. इसको लेकर पूजा समितियों के साथ बैठक की गई. पूजा के बाद 16 नवंबर को प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा. इसके बाद मंदिर परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा. बता दें कि आरके सिन्हा चित्रगुप्त मंदिर प्रबंधक समिति के अध्यक्ष भी हैं.

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Last Updated : Oct 26, 2023, 6:50 PM IST
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