रांची/पटना: बिहार विधानसभा चुनाव की डुगडुगी बजते ही रिम्स अस्पताल के केली बंगला के बाहर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. इसकी वजह हैं राजद सुप्रीमो लालू यादव. लालू यादव को दिलों जान से चाहने वाले उनके समर्थक इस उम्मीद में आ रहे हैं कि उन्हें इस बार के चुनाव में किसी भी तरह टिकट मिल जाए.
लालबाबू राय ने लिखी थी लालू चालीसा
समर्थकों में एक नाम है लीला यादव का जिन्हें 1993 में लालू यादव ने सीतामढ़ी के परिहार से टिकट देने का भरोसा दिलाया था. लालबाबू राय उर्फ लीला यादव वही शख्स हैं, जिन्होंने लालू यादव पर लालू चालीसा लिखी थी. वह कहते हैं कि त्रेता युग में भगवान राम के भक्त हनुमान जी थे, द्वापर में भगवान कृष्ण के भक्त सुदामा थे और कलयुग में लालू यादव के भक्त वह खुद हैं यानी 'लीला यादव'. लालू यादव के प्रति इतनी भक्ति के पीछे की वजह भी उन्होंने बतायी.
उन्होंने लालू चालीसा की चौपाई भी सुनाई. लालकृष्ण आडवाणी के रथ को बिहार में रोकने के लालू के फैसले का भी बखान किया. यह भी कहा कि पूर्व राजद अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे को दो बार परिहार से चुनाव लड़ने का मौका मिला था, लेकिन दोनों बार उन्होंने पार्टी की लुटिया डुबो दी. लीला को भरोसा है कि इस बार लालू यादव का आशीर्वाद मिल गया तो परिहार विधानसभा क्षेत्र में उनकी लीला काम आ जाएगी.