पटना: बिहार में बीते 2 महीने में तीसरे आईएएस को प्रधान सचिव की जिम्मेदारी दी गई है. प्रत्यय अमृत अब स्वास्थ्य विभाग का प्रभार संभालेंगे. इसको लेकर राष्ट्रीय जनता दल ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है. राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग में बड़ा गड़बड़ झाला है. यही वजह है कि बार-बार प्रधान सचिव बदले जा रहे हैं.
'बिहार में हालात बेकाबू'
राजद के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सत्ता पक्ष से सवाल पूछते हुए कहा कि 'आखिर क्या वजह है कि बिहार का स्वास्थ्य विभाग कोरोनावायरस संक्रमण से निपटने में फिसड्डी साबित हो रहा है'. उन्होंने कहा कि यहां मरीजों की परेशानी घटने की बजाय दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है. संक्रमण तेजी से फैल रहा है. 2 महीने में ही तीसरे अधिकारी को स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा सौंपा गया है. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि कहीं ना कहीं कुछ बड़ा गड़बड़झाला है. जिसे सरकार छिपाने की कोशिश कर रही है.
सीएम ने जताई थी नाराजगी
गौरतलब है कि संजय कुमार स्वास्थ विभाग काफी लंबे समय से जिम्मा संभाल रहे थे. कोरोना काल में उनको अचानक हटाकर उदय सिंह कुमावत को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. इसके बावजूद संक्रमण के बेकाबू हालात के कारण नीतीश सरकार की लगातार किरकिरी हो रही थी. मिल रही जानकारी के अनुसार खुद सीएम नीतीश कुमार उदय सिंह के कार्यशैली से संतुष्ट नहीं थे. जिसके बाद अब प्रत्यय अमृत को स्वास्थ विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. बताते चलें कि विभाग में हो रह लगातार बदलाव के बाद कोरोना के हालात पर नियंत्रण हो या नहीं, लेकिन विपक्ष को सरकार पर हमला बोलने के एक मुद्दा जरूर मिल गया है.