पटना: बिहार सरकार के मंत्री जीवेश मिश्रा प्रकरण (Minister Jivesh Mishra) में बीजेपी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू (BJP MLA Gyanendra Singh Gyanoo) के अपने ही पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़ा करने और मंत्रियों को लेकर बयान दिए जाने पर आरजेडी ने निशाना साधा है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी (RJD Spokesperson Mrityunjay Tiwari) ने कहा है कि विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू पहले भी बीजेपी मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के मामले को लेकर आरोप लगाते रहे हैं.
आरजेडी के प्रवक्ता ने विधायक द्वारा दिए गए बयान को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी लगातार यह बोलते रहे हैं. उन्होंने कहा कि ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू जो आरोप लगा रहे हैं, उसका जवाब बीजेपी नेतृत्व और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अब देना चाहिए.
आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू बीजेपी के विधायक हैं और वे अपने ही मंत्रियों के खिलाफ पहली बार नहीं बोला है. वे पहले भी लगातार आरोप लगाते रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब जो ज्ञान उन्हें आया है और जो बातें कही हैं, वही बात नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी बोलते रहे हैं कि बीजेपी मंत्री भ्रष्टाचार में लिप्त हैं.
मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू के आरोप पर बीजेपी नेतृत्व और नीतीश कुमार को जवाब देना चाहिए. गौरतलब है कि भाजपा विधायक के अपने मंत्री पर बयान देने के बाद से आरजेडी को एक बड़ा मुद्दा मिल गया है. अब आरजेडी इस मसले पर बीजेपी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए जवाब मांग रही है.
आपको बता दें कि भाजपा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कहा था कि, आजादी के बाद किसी मंत्री ने डीएम-एसपी के खिलाफ इस तरह से सदन में शिकायत की है. बिहार में पार्टी नेतृत्व विहीन हो गई है. कार्यकर्ताओं की कोई सुन नहीं रहा है. यही हाल रहा तो 2024 का चुनाव पार्टी के लिए बिहार में मुश्किल हो जाएगा. बीजेपी के अधिकांश मंत्री व्यापारी और क्रिमिनल बैकग्राउंड से हैं.
जीवेश मिश्रा प्रकरण से पार्टी की बहुत किरकिरी हो रही है. मंत्री होते हुए जिस प्रकार से पुलिस कर्मी से बहस करते रहे और सदन के अंदर भी डीएम- एसपी के खिलाफ शिकायत की. इससे पहले ऐसा पहले किसी मंत्री ने ऐसा नहीं किया था. सूबे में बीजेपी लीडर विहीन हो गई है. कार्यकर्ता अलग-थलग पड़ गए हैं. अपर कास्ट में भी बहुत नाराजगी है. बिहार में नीतीश कुमार ही एकमात्र नेता है. बीजेपी में नेता बनाने की कोशिश जरूर की गई. सुशील मोदी की पकड़ पार्टी और सरकार पर थी और संगठन पर भी लेकिन उन्हें साइडलाइन कर दिया गया.' :- ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू : बीजेपी विधायक
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