पटना: केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार (Cabinet Expansion) पर बिहार में सियासत हो रही है. मोदी मंत्रिमंडल (Modi Cabinet) में जदयू (JDU) से आरसीपी सिंह (RCP Singh) शामिल हुए हैं. विपक्ष इसको लेकर निशाना साध रहा है. आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को मंत्री पद के लिए एक नाम चुनना था. उन्होंने अपनी जाति के आरसीपी सिंह को चुना. अति पिछड़ा, दलित और उच्च वर्ग के लोग मुंह देखते रह गए.
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बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी को मंत्री नहीं बनाए जाने के संबंध में भाई वीरेंद्र ने कहा, "सुशील मोदी हर बात के लिए लालू यादव को जिम्मेदार बताते हैं. उन्हें एक मच्छर भी काट ले तो लालू यादव का नाम लेते हैं. इस बार कहीं वह यह न करने लगें कि लालू यादव ने ही दिल्ली में बैठकर मंत्रियों की लिस्ट में से मेरा नाम कटवा दिया." नीतीश कुमार द्वारा आरसीपी सिंह को अब तक बधाई नहीं दिए जाने की बात पर भाई वीरेंद्र ने कहा, "वह सभी को बताकर बधाई देंगे क्या? उन्होंने फोन से ही बधाई दे दी होगी."
"सुशील मोदी विनाशकारी मानसिकता के हैं. उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मंत्रिमंडल में क्यों शामिल करते? वह विधान पार्षद से लेकर मंत्री और उपमुख्यमंत्री तक बने, लेकिन कभी जनता का भला नहीं किया. उन्हें बिहार के विकास से कोई लेना देना नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जानते थे कि इन्हें मंत्री बनाने से वोट घट जाएगा."- भाई वीरेंद्र, प्रवक्ता, आरजेडी
गौरतलब है कि बुधवार शाम को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पहला कैबिनेट विस्तार हुआ था. बिहार से जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह और लोजपा नेता पशुपति पारस को मंत्री बनाया गया था. बिहार बीजेपी से दो नेताओं सुशील कुमार मोदी और संजय जायसवाल को मंत्री बनाये जाने की चर्चा थी, लेकिन दोनों को मंत्री पद नहीं मिला था. जदयू से सांसद ललन सिंह को भी मंत्री बनाने की चर्चा थी, लेकिन जदयू को सिर्फ एक मंत्री पद मिला.
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