ETV Bharat / state

Ramacharitmanas Controversy: शिक्षा मंत्री के समर्थन में RJD.. पोस्टर पर चौपाई लिखकर पूछे सवाल - आरजेडी का बीजेपी पर पोस्टरवार

रामचरितमानस विवाद के बाद जेडीयू में भी दरार पड़ती दिखाई देने लगी हैं. अभी तक तो सिर्फ शिक्षा मंत्री ही निशाने पर थे लेकिन अब उन्हें बचाने के लिए पूरा का पूरा आरजेडी ही मैदान में कूद पड़ा है. राष्ट्रीय जनता दल के दफ्तर के बाहर लगे पोस्टर से बिहार में विवादों की बयार बहनी शुरू हो गई है.. इस तूफान में महागठबंधन का अस्तित्व भी दरकता दिखाई दे रहा है?

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Jan 19, 2023, 12:22 PM IST

आरजेडी दफ्तर के बाहर लगे मानस को लेकर विवादित पोस्टर

पटना : बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरितमानस पर दिए विवादित बयान पर सीएम की सलाह भी काम नहीं आई. खुद सीएम नीतीश कुमार ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को 'समझा देने' का दावा किया था, बावजूद इसके राष्ट्रीय जनता दल के दफ्तर के बाहर रामचरितमानस की चौपाई लिखे पोस्टर को पॉलिटिकल हथियार के रूप में इस्तेमाल किया गया. गौरतलब है कि अभी तक शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह अपने बयान पर अड़े हुए हैं. अभी तक जगदानंद सिंह ही चंद्रशेखर के समर्थन में दिखाई दे रहे थे. लेकिन इस पोस्टर ने बता दिया कि आरजेडी के मन में कुछ और सियासी खिचड़ी पक रही है.

ये भी पढ़ें- Bihar politics: चंद्रशेखर और सुधाकर सिंह के बयान ने महागठबंधन में डाली दरार, घटक दल परेशान

आरजेडी ने जारी किया पोस्टर: एक तरफ जहां विपक्षी दल शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर आरजेडी दफ्तर के बाहर पोस्टर लगाकर दलित, अति दलित, पिछड़ा संघर्ष मोर्चा ने रामचरितमानस की चौपाई का वर्णन करते हुए साफ कर दिया कि रामचरितमानस में जो चौपाई लिखी गई है उसमें दलित और अति पिछड़ा समाज का अपमान किया गया है. इस पोस्टर पर सबसे ऊपर बाबा साहब अंबेडकर की तस्वीर लगाई गई है, फिर गांधी की तस्वीर है, उसके बाद लोहिया की फोटो के साथ कर्पूरी ठाकुर की तस्वीर है. पोस्टर में 5 मानस की चौपाइयां लिखीं हुईं हैं जिसमें दावा है कि इन चौपाइयों से दलित, अति पिछड़ा समाज (85% हिन्दुओं ) का अपमान हो रहा है.



आरजेडी का बीजेपी पर पोस्टरवार: इसमें वह चौपाई भी लिखी गई है जो शिक्षा चंद्रशेखर ने अपने बयान में कहा था. पोस्टर में लिखा गया है कि 85 फीसदी हिंदुओं का अपमान कब तक सहेगा हिंदुस्तान? क्या भाजपा को पचासी परसेंट हिंदुओं यानी दलित, अति पिछड़े का अपमान मंजूर है बताएं भाजपा एंड..'' यानी कुल मिलाकर जो पोस्टर राजद कार्यालय के बाहर लगाया गया है पोस्टर के जरिए शिक्षा मंत्री के बयान का समर्थन किया गया है.

अब क्या करेगी जेडीयू? : आरजेडी ने भारतीय जनता पार्टी पर ऐसे मामले में चुप्पी साधने का आरोप लगाया है. गौरतलब है कि शिक्षा मंत्री के इस विवादित बयान के बाद जनता दल यूनाइटेड असहज हो गई थी. इस बार शिक्षा मंत्री ने नहीं बल्कि सत्ता दल ने ही 5 चौपाइयां लिखकर सियासी बखेड़ा करते हुए इसे 'जात-पात की जंग' का रूप दे दिया है. बीजेपी यही कहती रही है कि शिक्षा मंत्री का बयान समाज को बांटने वाला है. ये चौपाइयां किसी न किसी प्रसंग में लिखी गईं हैं.

बिहार की सियासत में तूफान आने वाला है..? : यहां तक कि कम्युनिष्ठ पार्टी के नेता रामबाबू कुमार ने भी शिक्षा मंत्री के बयान को विवादित बताकर उन्हें खेत व्यक्त करने की सलाह दे रहे हैं. सीएम नीतीश ने पहले ही कह दिया था कि वो सभी धर्मों में विश्वास रखते हैं, संवैधानिक पद पर बैठा शख्स सभी धर्मों के प्रति आदर रखे. जबकि पूरी की पूरी जेडीयू चंद्रशेखर के बयान को लेकर खफा है. लगातार महागठबंधन में दरार दिखाई पड़ती जा रही है. ऐसे में राष्ट्रीय जनता दल के एक विंग का ये पोस्टर बिहार की सियासत में और तूफान लाने वाला है.

आरजेडी दफ्तर के बाहर लगे मानस को लेकर विवादित पोस्टर

पटना : बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरितमानस पर दिए विवादित बयान पर सीएम की सलाह भी काम नहीं आई. खुद सीएम नीतीश कुमार ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को 'समझा देने' का दावा किया था, बावजूद इसके राष्ट्रीय जनता दल के दफ्तर के बाहर रामचरितमानस की चौपाई लिखे पोस्टर को पॉलिटिकल हथियार के रूप में इस्तेमाल किया गया. गौरतलब है कि अभी तक शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह अपने बयान पर अड़े हुए हैं. अभी तक जगदानंद सिंह ही चंद्रशेखर के समर्थन में दिखाई दे रहे थे. लेकिन इस पोस्टर ने बता दिया कि आरजेडी के मन में कुछ और सियासी खिचड़ी पक रही है.

ये भी पढ़ें- Bihar politics: चंद्रशेखर और सुधाकर सिंह के बयान ने महागठबंधन में डाली दरार, घटक दल परेशान

आरजेडी ने जारी किया पोस्टर: एक तरफ जहां विपक्षी दल शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर आरजेडी दफ्तर के बाहर पोस्टर लगाकर दलित, अति दलित, पिछड़ा संघर्ष मोर्चा ने रामचरितमानस की चौपाई का वर्णन करते हुए साफ कर दिया कि रामचरितमानस में जो चौपाई लिखी गई है उसमें दलित और अति पिछड़ा समाज का अपमान किया गया है. इस पोस्टर पर सबसे ऊपर बाबा साहब अंबेडकर की तस्वीर लगाई गई है, फिर गांधी की तस्वीर है, उसके बाद लोहिया की फोटो के साथ कर्पूरी ठाकुर की तस्वीर है. पोस्टर में 5 मानस की चौपाइयां लिखीं हुईं हैं जिसमें दावा है कि इन चौपाइयों से दलित, अति पिछड़ा समाज (85% हिन्दुओं ) का अपमान हो रहा है.



आरजेडी का बीजेपी पर पोस्टरवार: इसमें वह चौपाई भी लिखी गई है जो शिक्षा चंद्रशेखर ने अपने बयान में कहा था. पोस्टर में लिखा गया है कि 85 फीसदी हिंदुओं का अपमान कब तक सहेगा हिंदुस्तान? क्या भाजपा को पचासी परसेंट हिंदुओं यानी दलित, अति पिछड़े का अपमान मंजूर है बताएं भाजपा एंड..'' यानी कुल मिलाकर जो पोस्टर राजद कार्यालय के बाहर लगाया गया है पोस्टर के जरिए शिक्षा मंत्री के बयान का समर्थन किया गया है.

अब क्या करेगी जेडीयू? : आरजेडी ने भारतीय जनता पार्टी पर ऐसे मामले में चुप्पी साधने का आरोप लगाया है. गौरतलब है कि शिक्षा मंत्री के इस विवादित बयान के बाद जनता दल यूनाइटेड असहज हो गई थी. इस बार शिक्षा मंत्री ने नहीं बल्कि सत्ता दल ने ही 5 चौपाइयां लिखकर सियासी बखेड़ा करते हुए इसे 'जात-पात की जंग' का रूप दे दिया है. बीजेपी यही कहती रही है कि शिक्षा मंत्री का बयान समाज को बांटने वाला है. ये चौपाइयां किसी न किसी प्रसंग में लिखी गईं हैं.

बिहार की सियासत में तूफान आने वाला है..? : यहां तक कि कम्युनिष्ठ पार्टी के नेता रामबाबू कुमार ने भी शिक्षा मंत्री के बयान को विवादित बताकर उन्हें खेत व्यक्त करने की सलाह दे रहे हैं. सीएम नीतीश ने पहले ही कह दिया था कि वो सभी धर्मों में विश्वास रखते हैं, संवैधानिक पद पर बैठा शख्स सभी धर्मों के प्रति आदर रखे. जबकि पूरी की पूरी जेडीयू चंद्रशेखर के बयान को लेकर खफा है. लगातार महागठबंधन में दरार दिखाई पड़ती जा रही है. ऐसे में राष्ट्रीय जनता दल के एक विंग का ये पोस्टर बिहार की सियासत में और तूफान लाने वाला है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.