पटना: बोधगया में स्थित बालिका सुधार गृह ( Gaya Shelter Home ) पर संगीन आरोप लगे हैं. आरोप है कि यहां पर लड़कियों के साथ गंदा काम किया जाता है. वहीं अब इसे मामले पर राजनीति शुरु हो गई. विपक्षी पार्टी राजद (RJD) ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. राजद प्रवक्ता ने कहा कि सरकार दोषियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी करे. साथ ही संस्थान के निदेशक को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए.
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प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सुशासन की सरकार में जिस तरह से बालिकाओं और महिलाओं पर अत्याचार कि घटना में इजाफा हुआ है. सरकारी तंत्र जिस तरह से सरकार की बचाव में धमकाते आए हैं. इससे सरकार की कथनी और करनी में बहुत बड़ा अंतर दिखता है. उन्होंने आगे कहा कि बोधगया के बालिका गृह की घटना तो पहले की है. लेकिन सिविल कोर्ट ने उसे उजागर किया तो ये बड़ी घटना सामने आई है.
'ये बहुत गंभीर मामला है. संस्थान के निदेशक ने जिस तरह से इसका बचाव करते हैं. जिससे साफ हो जाता है कि घटना को छिपाने के लिए कोशिश कि जा रही है. कुछ वर्ष पहले प्रदेश के मुजफ्फरपुर के बालिका गृह मामले कई लोग आरोपित पाए गए थे. घटना में कोई मूछ वाले अंकल थे तो कोई टोंद वाले अंकल पर सब कुछ साक्ष्य मिलने के बाद भी अभी तक किसी पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई. ये आज भी रहस्य बना है.' :- एजाज अहमद, राजद प्रवक्ता
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राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने आरोप लगाया कि मुंगेर में भी एक नाबालिग लड़की को जलिमों द्वारा हैवानियत दिखाया गया था जिसे प्रशासन गलत बता रहा था. उस ढ़ंकने कि कोशिश कि जा रही थी,पर हमारी पार्टी के एक गठित टीम ने वहां जाकर इस घटना की सत्यता जानने कि कोशिश की तो घटना दिल दहला देने वाली जैसी थी. बोधगया बालिका गृह मामला भी बहुत गंभीर है. सरकार इस घटना की पूरी पारदर्शिता से जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई कर जेल की सलाखों तक पहुंचाने का काम करें. नहीं तो इस मामले पर हमारी पार्टी सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगी.
बता दें कि बोधगया स्थित बालिका सुधार गृह (Girls Shelter Home) में लड़की के साथ कथित यौन शोषण मामले में जांच कमिटी का गठन कर दिया गया है. बाल संरक्षण इकाई (Child Protection Unit) के सहायक निदेशक दिवेश कुमार शर्मा ने बताया कि राज्यस्तरीय और जिलास्तरीय कमिटी मामले की जांच में जुट गई है.
जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक ने कहा कि जांच के बाद 2 से 3 दिनों में रिपोर्ट दे दी जाएगी. उन्होंने कहा कि वैसे बच्चे जो घर से भाग जाते हैं, उसे बाल संरक्षण कल्याण समिति के द्वारा कोर्ट के आधार पर उसे बालिका सुधार गृह में रखा जाता है. ये वैसी ही लड़की थी. उन्होंने कहा कि बोधगया बालिका सुधार गृह में 50 से 54 ऐसे लोग रहते हैं, जिसकी देखभाल की जाती है.