पटना : बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र के अंतिम दिन राजद सदस्यों ने जातीय जनगणना की मांग को लेकर बिहार विधान परिषद के मुख्य गेट पर राजद सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन व हंगामा किया. राजद विधान पार्षदों की मांग है कि जातीय जनगणना कराई जाए जिससे कि कहीं ना कहीं समाज के सभी वर्ग धर्म और जाति के लोगों की संख्या का पता चल सके.
ये भी पढ़ें : बिहार विधानसभा का मानसून सत्र: विपक्ष मस्त, सरकार पस्त
राजद सदस्यों ने कहा कि जातीय जनगणना होने से समाज के सभी लोगों को सरकारी योजना का लाभ मिल सकेगा. इसे सदन में चर्चा करने की मांग की है. वहीं राजद के विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह ने कहा कि जातीय जनगणना के नाम पर अब जेडीयू भी कुछ नहीं बोल रही है. कहीं ना कहीं भाजपा के दबाव में इस मुद्दे को दबाना चाहती है लेकिन हम लोग ऐसा नहीं होने देंगे.
'जातीय जनगणना को निश्चित तौर पर अगले सत्र में इस मुद्दे को पूरी तरह से उठाया जाएगा. कोरोना में हुए मौत को लेकर जो बातें सरकार कह रही है, वो बेहद शर्मनाक है. इसपर भी सदन में सरकार चर्चा से बच रही है.' :- सुनील कुमार सिंह, राजद विधान पार्षद
यह भी पढ़ें- अगर देश में जातीय जनगणना होगी तो JDU करेगी समर्थन : उपेंद्र कुशवाहा
बता दें कि विधानसभा सत्र के अतिंम दिन राजद सदस्यों ने रोजगार के मुद्दे पर भी जमकर नारेबाजी की. राजद सदस्यों का कहना था कि अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है. कारोबार और शिक्षा का बंटाधार हो गया है. नौकरी नहीं मिलने से युवा दर-दर भटकने के लिए मजबूर हैं. राजद सदस्यों ने पोस्टर लेकर काफी देर तक विधानसभा पोर्टिको में सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं माले के सदस्यों ने भी वार्ड सदस्यों पर लाठीचार्ज, कृषि कानून सहित कई मुद्दों पर काफी देर तक नारेबाजी की.