पटना: सीएम नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित नेक संवाद में खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में धान अधिप्राप्ति को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक की थी. सोमवार को हुए इस बैठक में विभाग के मंत्री ही नहीं पहुंचे थे,जबकि धान क्रय को लेकर समीक्षा बैठक थी.
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बोले सहकारिता मंत्री- 'सीएम की हर बैठक में होना जरूरी नहीं है': मंत्री सुरेंद्र यादव ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है. कल भी हम मुख्यमंत्री के साथ थे. जनता दरबार में थे. कई शिकायत हमारे विभाग से था, उसका समाधान भी किए हैं. सीएम के हर बैठक में मंत्री का होना जरूरी नहीं है.
"कई ऐसी बैठक भी होती है जो मुख्यमंत्री अधिकारियों के साथ करते हैं. सभी बैठक में मंत्री हो ऐसा कुछ नहीं है. सीएम राजद से कोई दूरी नहीं बना रहे हैं. ऐसा कुछ नहीं है. मुख्यमंत्री हमारे सरकार के मुखिया है वो अपने हिसाब से काम कर रहे हैं."- सुरेंद्र यादव, सहकारिता मंत्री, बिहार
राजद कार्यालय में जनसुनवाई: दरअसल राजद कार्यालय में मंगलवार को जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसमें आपदा प्रबंधन मंत्री शाहनवाज और सहकारिता मंत्री सुरेंद्र यादव ने लोगों की शिकायत सुनीं. जनसुनवाई खत्म होने के बाद सहकारिता मंत्री सुरेंद्र यादव ने कहा कि जनसुनवाई कार्यक्रम में सबसे ज्यादा जमीन विवाद को लेकर शिकायत मिल रही है.
"मेरा मानना है की अंचल में जो कमेटी जमीन विवाद को सुलझाने को लेकर बनाई गई है, उसमे सुधार की जरूरत है. इसको लेकर हम मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से बात करेंगे. जनसुनवाई कार्यक्रम में आजकल लोग नौकरी भी मांगने आ रहे हैं. विभाग में रिक्तियां निकल रही है लोग उसे भरे हम विश्वास दिलाते हैं कि राज्य में महागठबंधन की सरकार है और कहीं भी कोई गड़बड़ी नहीं हो पाएगी. हमने जो वादा किया है युवाओं को नौकरी देने का उसपर काम करेंगे."- सुरेंद्र यादव, सहकारिता मंत्री, बिहार
राजद और जदयू में सब ठीक है? : बिहार के अंदर महागठबंधन कठिन दौर से गुजरती दिख रही है. राजद और जदयू के बीच आर पार की लड़ाई छिड़ गई है. सुधाकर सिंह और चंद्रशेखर को लेकर पहले से ही विवाद था. सोमवार को धान अधिप्राप्ति की बैठक में आरजेडी कोटे के मंत्री की अनुपस्थिति ने इस सवाल को और गहरा कर दिया.