कैमूर: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहार बहुत भयावह होती जा रही है. संक्रमण से निपटने के लिए बिहार सरकार ने सभी विधायकों और विधान पार्षदों के फंड से दो-दो करोड़ रुपए लिए हैं. सरकार के इस फैसले को लेकर राजद लगातार सवाल उठा रहा है. राजद विधायकों का कहना है कि पिछले बार भी सरकार ने सभी विधायकों के फंड से 50-50 लाख रुपए की कटौती की थी. उन पैसों का किस मद में उपयोग हुआ, सरकार ने अब तक इसका जवाब नहीं दिया है. दूसरी बार फिर दो-दो करोड़ रुपए लेने की उन्होंने घोषणा कर दी. इससे साफ पता चलता है कि सरकार एक बार फिर पैसों का बंदरबांट करने वाली है.
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बिहार में नहीं हुआ विकास
राजद विधायक सुधाकर सिंह ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि नीतीश कुमार कहते हैं कि 15 सालों में बिहार का हम लोगों ने बहुत विकास किया. जो पटना से बाहर विकास कहीं दिखाई नहीं देता है.
“कैमूर जैसे छोटे जिले में स्वास्थ्य सुविधा पूरी तरह से चरमरा गई है. इस जिले में जितने भी सरकारी अस्पताल हैं, अनुमंडल या फिर सदर अस्पताल, संक्रमण काल के दौरान इन अस्पतालों में अभी तक कुछ सुविधा उपलब्ध नहीं करवाया गया है. इस अस्पताल में ना तो ऑक्सीजन का प्लांट है, ना ही सीटी स्कैन मशीन है. लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. तब हम लोगों ने विधायक होने के नाते इन अस्पतालों में कुछ संसाधन मजबूत किए हैं. हमारे पार्टी के शीर्ष नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का निर्देश था कि विधायकों के क्षेत्र विकास निधि का जो पैसा होता है, उन पैसों का उपयोग हम अपने क्षेत्र में ही करें. हम लोग अपने क्षेत्र विकास निधि फंड के माध्यम से एक-एक करोड़ रुपए देने की घोषणा भी पहले कर चुके हैं”- सुधाकर सिंह, विधायक, आरजेडी
फंड कटौती करने की घोषणा
सुधाकर सिंह ने कहा कि हमारी पार्टी के जितने भी विधायक और विधान पार्षद हैं, सभी ने इस पैसे को लेकर जिला कलेक्टर को स्वास्थ्य के क्षेत्र में खर्च करने की अनुशंसा कर दी है. यह बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हजम नहीं हो रही है. क्योंकि विपक्ष के जितने भी विधायक हैं या विधान पार्षद हैं, सभी ने अपने फंड की अनुशंसा जिलों में खर्च करने के लिए कर दी. जिसमें सरकार को पता चला कि अब इस फंड में हमारी हिस्सेदारी नहीं मिलेगी. सरकार ने फंड कटौती करने की घोषणा तो कर दी. लेकिन अभी तक सरकार ने स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर करने के लिए कोई ब्लूप्रिंट भी तैयार नहीं किया.
पैसों का कहां हुआ उपयोग
आरजेडी विधायक ने कहा कि पिछले बार भी हम लोगों के फंड से 50-50 लाख रुपए सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए स्वास्थ सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए लिए थे. लेकिन उन पैसों का अभी तक कहां उपयोग हुआ. कितनी स्वास्थ्य सुविधाएं हमारी बेहतर हो सकी, उसका अभी तक सरकार ने कोई लेखा-जोखा नहीं दिया. इस बार भी इन पैसों को सरकार पटना के अंदर ही बंदरबांट कर देगी ,यह सबको पता है.
क्षेत्र में किया जाए खर्च
सुधाकर सिंह ने कहा कि हमारी एक ही मांग है सरकार की ओर से जो विधायक निधि फंड लिया जा रहा है, उस पैसे का उपयोग उन विधायकों के क्षेत्र में ही किया जाए. ताकि हम अपनी जनता को बता सकें कि हमारे फंड से यह सुविधा मिल रही है. यदि इन पैसों का उपयोग स्वास्थ्य के क्षेत्र में ही होगा, तो जिला का अस्पताल बेहतर हो सकता है. लोगों को जन सुविधा सरकारी अस्पतालों के माध्यम से बेहतर मिल सकती है.
बता दें कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए बिहार सरकार ने स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर करने के लिए विधायक क्षेत्र विकास निधि के फंड में 2-2 करोड़ रुपये कटौती करने का निर्णय लिया है. जिसको लेकर राजद के तरफ से सरकार पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं.