पटनाः केंद्रीय कृषि कानून का विरोध और अन्य मांगों के लिए महागठबंधन (Grand Alliance) ने आज किसानों के आंदोलन का समर्थन किया है. सिर्फ कृषि कानून (Farm law) ही नहीं बल्कि नए श्रम कानून, महंगाई और बेरोजगारी समेत कई अन्य मुद्दों को लेकर महागठबंधन अपना विरोध जता रहा है. लेकिन महागठबंधन के विरोध मार्च से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव गायब हैं.
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राजद नेताओं ने तेजस्वी की अनुपस्थिति पर अपनी सफाई दी है. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव ने कहा कि लालू और तेजस्वी यहां नहीं है ऐसी बात नहीं है. हम सब लालू और तेजस्वी हैं. हर नेता और कार्यकर्ता पार्टी का लालू और तेजस्वी है.
'हम सब किसान हैं और इसीलिए किसानों के मामले में केंद्रीय कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं. जब तक सरकार तीनों कृषि कानून वापस नहीं लेती तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा'- भोला यादव, राष्ट्रीय महासचिव, आरजेडी
'हमारे नेता तेजस्वी यादव ने 2 दिन पहले ही बैठक करके आंदोलन की रूपरेखा और अपने समर्थन की घोषणा कर दी थी'- आलोक कुमार मेहता, प्रधान महासचिव, प्रदेश राजद
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बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में किसानों ने तीन कृषि कानूनों के विरोध में आज 10 घंटे के राष्ट्रव्यापी बंद (Bharat Bandh) का आह्वान किया है. किसान संगठनों के भारत बंद को कांग्रेस समेत तमाम गैर-एनडीए दलों ने समर्थन दिया है. आरएसएस से जुड़े भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) को छोड़कर अन्य सभी ट्रेड यूनियन भी हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं.
बिहार में भी राजद, कांग्रेस और तमाम वामदलों ने पटना के बुद्ध स्मृति पार्क से लेकर डाकबंगला चौराहे तक मार्च किया. डाकबंगला चौराहे को जाम करते हुए उन्होंने कृषि कानून के खिलाफ नारे भी लगाए. इस दौरान बंद समर्थकों ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा अन्नदाता किसानों को परेशान करने का काम किया जा रहा है. तीन कृषि कानून लाकर सरकार किसानों की कमर तोड़ने की कोशिश कर रही है. वहीं, इस विरोध मार्च में तेजस्वी यादव उपस्थित नहीं रहे.