पटनाः राजद के प्रधान महासचिव आलोक मेहता ने राज्य सरकार को चमकी बुखार के कारण हुई बच्चों की मौत का जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि बिहार में चमकी बुखार से सैकड़ों बच्चों की जानें गईं. लेकिन सरकार अब तक नहीं जागी है. अभी भी अस्पतालों में कुव्यवस्था का आलम है. मरीज और उनके परिजन कराह रहे हैं.
'चमकी बुखार पर रिसर्च क्यों नहीं हुआ'
महासचिव आलोक मेहता ने कहा कि निश्चित तौर पर इसे लेकर राष्ट्रीय जनता दल आंदोलन कर रहा है. हम सरकार से मांग कर रहे हैं कि सबसे पहले चमकी बुखार पर सरकार ने जो रिसर्च करने और केंद्र खोलने की बात की थी, उस पर काम होना चाहिए. सरकार बताए कि किन कारणों से अभी तक चमकी बुखार को समझने के लिए शोध कार्य रुका हुआ है.
आरजेडी में बनाए जाएंगे नए प्रवक्ता
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि फिलहाल राष्ट्रीय जनता दल के सभी प्रवक्ताओं की कमेटी को भंग कर दिया गया है. किसी को भी डिबेट पर जाने से मना किया गया है. उन्होंने कहा कि बहुत जल्द ही राष्ट्रीय जनता दल की कमेटी का गठन होगा और नए प्रवक्ता बनाए जाएंगे. उसके बाद जब कभी भी टीवी डिबेट पर जाना होगा तो पहले पार्टी के नेताओं से विचार-विमर्श करके ही जाना होगा. ऐसी व्यवस्था राष्ट्रीय जनता दल बहुत जल्द शुरू कर रही है.
भवन निर्माण की रिपोर्ट सरकार के मुंह पर तमाचा
भवन निर्माण विभाग के जरिए तेजस्वी के बंगले पर किए गए खर्च को फिजूलखर्ची नहीं बताने के सवाल पर आलोक मेहता ने कहा कि अभी सरकार बीजेपी और जदयू की ही है. उसके बावजूद भी उन्हीं के सरकार का विभाग यह कह रहा है कि तेजस्वी यादव जिस बंगला में पहले रहते थे, वहां कहीं भी पैसे की फिजूलखर्ची नहीं हुई है. निश्चित तौर पर जो रिपोर्ट भवन निर्माण विभाग ने सौंपा है वह वर्तमान सरकार के मुंह पर तमाचा है.