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हार की समीक्षा के बाद घर के 'विभीषणों' को बाहर का रास्ता दिखा रही RJD - नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव

बिहार विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी राजद को अब भी जादुई आंकड़ों तक नहीं पहुंच पाने की कसक रह-रह कर टीस मार रही है. जिस कारण अपने दर्द को कम करने के लिए अब पार्टी ने बड़े स्तर पर समीक्षा कर भेदियों को पार्टी से बाहर निकालने का सिलसिला शुरू कर दिया है.

पटना
राजद कर रही हार की समीक्षा
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Published : Dec 14, 2020, 8:28 PM IST

Updated : Dec 15, 2020, 2:56 PM IST

पटना: चुनाव परिणाम आने के बाद महज कुछ अंतर से सरकार बनाने से चूक गई राजद ने अब अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी है. पार्टी अब अपने घर के भेदियों को चुन-चुनकर बाहर का रास्ता दिखा रही है. पार्टी तमाम प्रमंडलों की लगातार समीक्षा कर चुनावी नतीजों में हार के कारण को ढूंढकर ठिकाने लगा रही है.

भेदियों की वजह से जादुई आंकड़ों से चूक गई राजद
110 सीटें लाने के बावजूद महागठबंधन की सरकार बिहार में नहीं बन पाई. राजद और कांग्रेस के नेता लगातार बार-बार बीजेपी और एनडीए पर जनमत की लूट का आरोप लगा रहे हैं. इसके साथ-साथ बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी राष्ट्रीय जनता दल की इंटरनल समीक्षा भी लगातार जारी है. पार्टी अब अपने अंदर छिपे सभी विभीषणों को पहचान कर बाहर का रास्ता दिखा रही है. जिनके कारण वह उन सीटों पर हारी जहां उनके जीतने की गुंजाइश सबसे अधिक थी. उसका सबसे बड़ा उदाहरण दरभंगा से पार्टी के कद्दावर नेता और सूबे के बड़ा मुस्लिम चेहरा अब्दुल बारी सिद्दीकी की हार.

विभीषणों को बाहर का रास्ता दिखा रही है राजद

दरंभगा के जिला अध्यक्ष को माना सिद्दीकी की हार की वजह
चुनाव में सबसे बड़ा मामला पार्टी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी की हार का सामने आया था. जिसे लेकर एक ऑडियो वायरल हुआ. इसमें दरभंगा के राजद जिलाध्यक्ष राम नरेश यादव की भूमिका पर सवाल उठे थे. पार्टी ने ऑडियो की जांच करवाई. समीक्षा हुई और उसके बाद राम नरेश यादव को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.

वहीं, पार्टी के प्रदेश महासचिव निराला यादव ने ईटीवी भारत को बताया कि सीतामढ़ी में पूर्व सांसद सीताराम यादव को पार्टी से बाहर निकाला गया है. वहीं, भागलपुर में भी पार्टी के जिला प्रभारी पर कार्रवाई हुई है.

राजद सुप्रीमों का स्पष्ट निर्देश, विभीषणों को पार्टी से बाहर निकाला जाए
राजद नेता ने बताया कि सभी प्रमंडलों की समीक्षा लगातार हो रही है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने जरूर पहले की अपेक्षा अब इस बात पर ज्यादा जोर दिया है. क्योंकि इस बार चुनाव में बड़ा खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ा है. जब महज कुछ सीटों से सरकार बनाने से हम चूक गए. निराला यादव ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का इस बारे में स्पष्ट निर्देश है कि जिन लोगों ने पार्टी के विरुद्ध काम किया है उन्हें पार्टी से बाहर किया जाए.

इन पर कार्रवाई हुई
पूर्व मंत्री सीताराम यादव, पूर्व विधायक मुंद्रिका राय, दरभंगा जिलाध्यक्ष राम नरेश यादव, सीतामढ़ी जिलाध्यक्ष. बताया जा रहा है कि करीब डेढ़ सौ लोगों की लिस्ट तैयार है. जिनमें से बड़ी संख्या में लोगों को पार्टी से बाहर निकाला जा चुका है.

पटना: चुनाव परिणाम आने के बाद महज कुछ अंतर से सरकार बनाने से चूक गई राजद ने अब अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी है. पार्टी अब अपने घर के भेदियों को चुन-चुनकर बाहर का रास्ता दिखा रही है. पार्टी तमाम प्रमंडलों की लगातार समीक्षा कर चुनावी नतीजों में हार के कारण को ढूंढकर ठिकाने लगा रही है.

भेदियों की वजह से जादुई आंकड़ों से चूक गई राजद
110 सीटें लाने के बावजूद महागठबंधन की सरकार बिहार में नहीं बन पाई. राजद और कांग्रेस के नेता लगातार बार-बार बीजेपी और एनडीए पर जनमत की लूट का आरोप लगा रहे हैं. इसके साथ-साथ बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी राष्ट्रीय जनता दल की इंटरनल समीक्षा भी लगातार जारी है. पार्टी अब अपने अंदर छिपे सभी विभीषणों को पहचान कर बाहर का रास्ता दिखा रही है. जिनके कारण वह उन सीटों पर हारी जहां उनके जीतने की गुंजाइश सबसे अधिक थी. उसका सबसे बड़ा उदाहरण दरभंगा से पार्टी के कद्दावर नेता और सूबे के बड़ा मुस्लिम चेहरा अब्दुल बारी सिद्दीकी की हार.

विभीषणों को बाहर का रास्ता दिखा रही है राजद

दरंभगा के जिला अध्यक्ष को माना सिद्दीकी की हार की वजह
चुनाव में सबसे बड़ा मामला पार्टी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी की हार का सामने आया था. जिसे लेकर एक ऑडियो वायरल हुआ. इसमें दरभंगा के राजद जिलाध्यक्ष राम नरेश यादव की भूमिका पर सवाल उठे थे. पार्टी ने ऑडियो की जांच करवाई. समीक्षा हुई और उसके बाद राम नरेश यादव को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.

वहीं, पार्टी के प्रदेश महासचिव निराला यादव ने ईटीवी भारत को बताया कि सीतामढ़ी में पूर्व सांसद सीताराम यादव को पार्टी से बाहर निकाला गया है. वहीं, भागलपुर में भी पार्टी के जिला प्रभारी पर कार्रवाई हुई है.

राजद सुप्रीमों का स्पष्ट निर्देश, विभीषणों को पार्टी से बाहर निकाला जाए
राजद नेता ने बताया कि सभी प्रमंडलों की समीक्षा लगातार हो रही है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने जरूर पहले की अपेक्षा अब इस बात पर ज्यादा जोर दिया है. क्योंकि इस बार चुनाव में बड़ा खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ा है. जब महज कुछ सीटों से सरकार बनाने से हम चूक गए. निराला यादव ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का इस बारे में स्पष्ट निर्देश है कि जिन लोगों ने पार्टी के विरुद्ध काम किया है उन्हें पार्टी से बाहर किया जाए.

इन पर कार्रवाई हुई
पूर्व मंत्री सीताराम यादव, पूर्व विधायक मुंद्रिका राय, दरभंगा जिलाध्यक्ष राम नरेश यादव, सीतामढ़ी जिलाध्यक्ष. बताया जा रहा है कि करीब डेढ़ सौ लोगों की लिस्ट तैयार है. जिनमें से बड़ी संख्या में लोगों को पार्टी से बाहर निकाला जा चुका है.

Last Updated : Dec 15, 2020, 2:56 PM IST
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