पटना: राज्य में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनता दल के हर एक कदम पर आम लोगों के साथ ही विभिन्न राजनीतिक दलों और मीडिया की नजरें टिकी रहती हैं. इस्लाम धर्म को मानने वालों के लिए अभी मुकद्दस रमजान चल रहा है. 9 अप्रैल को राष्ट्रीय जनता दल की ओर से दावत ए इफ्तार का आयोजन किया जाएगा (RJD Iftar party In Rabri Residence). जिसको लेकर सबकी निगाहें आरजेडी की तरफ टिक गई हैं. लेकिन बड़ा सवाल यह भी है कि क्या इन आयोजन में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव शामिल होंगे?
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जोर शोर से चल रही तैयारी: बिहार में खास त्यौहारों के मौके पर दावत देने का सिलसिला पुराना है. चाहे वह मकर संक्रांति हो या फिर रमजान का मुकद्दस महीना. पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की इफ्तार की दावते होती रही हैं. हालांकि, जब लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले के कारण जेल गए, तब पार्टी ने कुछ साल के लिए इससे किनारा भी किया था. लेकिन अब जबकि पार्टी को लंबे वक्त के बाद सत्ता मिली है और लालू प्रसाद यादव का सिंगापुर में किडनी का सफल प्रत्यारोपण भी हो चुका है. तो पार्टी इस इफ्तार को जोर-शोर से मनाने के लिए तैयारी कर रही है.
दस हजार लोगों के लिए तैयारी: राष्ट्रीय जनता दल के इससे दावते इफ्तार की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. पार्टी के द्वारा राज्य के सभी जिलों से मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों के अलावा अन्य लोगों को भी आमंत्रित किया जा रहा है. सारी व्यवस्था पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास 10, सर्कुलर रोड पर की जाएगी. लालू परिवार के करीबी और पार्टी के महासचिव भोला यादव कहते हैं कि पार्टी ने दावत ए इफ्तार के लिए करीब 10 हजार लोगों के लिए तैयारी की है.
खास रहता है आयोजन का अंदाज: आरजेडी की तरफ से चाहे होली मिलन समारोह का आयोजन हो या मकर संक्रांति के दही-चूड़ा या रमजान में दावते इफ्तार, इन सबके आयोजन का अंदाजा ही कुछ अलग होता है. पिछले साल भी आरजेडी की तरफ से दावते इफ्तार का आयोजन किया गया था. तब 22 अप्रैल को इसका आयोजन किया गया था. उससे पहले 2018 में जब लालू प्रसाद सजायफ्ता थे और मेडिकल बेल पर थे, तब भी पार्टी की तरफ से इफ्तार का आयोजन किया गया था. 2020 और 2021 में जब कोरोना अपने पूरे परवान पर था. तब पार्टी की तरफ से इफ्तार का आयोजन नहीं किया गया था.
टल गया था मकर संक्रान्ति का भोज: दरअसल, राष्ट्रीय जनता दल दावत ए इफ्तार की तैयारी में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता है. इससे पहले इसी साल पार्टी की तरफ से गत जनवरी माह में मकर संक्रांति को लेकर दही चूड़ा के भोज का वृहद आयोजन करने की पूरी तैयारी कर ली गई थी. भोज के लिए दही-चुड़ा से लेकर अन्य वस्तुओं को भी तैयार कर लिया गया था. लेकिन पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव के निधन के बाद मकर संक्रांति के भोज को स्थगित कर दिया गया था. अब पार्टी इस दावत ए इफ्तार में किसी भी तरह की कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती है.
महागठबंधन सरकार में पहला इफ्तार: लंबे अरसे के बाद राज्य की सत्ता में वापस लौटी राष्ट्रीय जनता दल का सरकार के गठन के बाद यह पहला इफ्तार का आयोजन होगा. इसमें राज्य के सत्ता में शामिल महागठबंधन के तमाम घटक दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा. सीएम नीतीश कुमार को भी इफ्तार के लिए आमंत्रित किए जाने की सूचना है.
सबके लिए संदेश: पार्टी की तरफ से की जा रही आयोजन के बारे में पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश उपाध्यक्ष पूर्व मंत्री वृषिण पटेल कहते हैं, राष्ट्रीय जनता दल देश के संविधान पर विश्वास रखती है. इस देश में सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता की बड़ी जवाबदेही आरजेडी के कंधे पर है. हमारी पार्टी का जो भी फैसला होता है, वह समग्र रूप से इस देश हित में होता है. सभी धर्मों को हम लोग अपना धर्म मानते हैं.
इस मुल्क में हैं चार बेटे: महात्मा गांधी का जो दर्शन है कि इस मुल्क में चार बेटे हिंदू, मुस्लिम सिख, ईसाई हैं. जब तक इन चारों बेटों में प्यार, मोहब्बत और अपनापन रहेगा. इस मुल्क का कोई भी बाल बांका नहीं कर सकता है. महात्मा गांधी का जो दर्शन है और संविधान ने जो इस देश को दिया है, उसका आरजेडी पालन करती है. हम न किसी को बड़ा समझते हैं और न ही किसी को छोटा समझते हैं. यह मुल्क हमारा है और इस मुल्क में रहने वाले लोग हमारे अपने हैं.
"लालू प्रसाद का किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है. यह बड़ी बात है. लालू प्रसाद का इफ्तार में शामिल होना कोई नई बात नहीं है. उन्होंने परंपरागत रूप से इसे किया है. वह यहां रहे या न रहे, लेकिन उनकी उपस्थिति यहां मानी जाएगी कि वह यहां है. अगर डॉक्टर ने अनुमति दे दी तो वह जरूर आ जाएंगे. लेकिन अगर डॉक्टर ने अनुमति नहीं दी तो उनको आना भी नहीं चाहिए."- वृषिण पटेल, प्रदेश उपाध्यक्ष, आरजेडी