पटना: बिहार में चुनाव संपन्न हो गए हैं. बिहार में एनडीए की सरकार भी बन चुकी है. लेकिन अब सरकार गिराने के आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. पक्ष विपक्ष अब सत्ता में बनने, बिठाने और गिराने की कवायद शुरू कर चुके हैं. लालू यादव के कथित फोन कॉल पर बैकफुट पर गई राजद अब फ्रंटफुट पर आकर सियासी जमीन पर बैटिंग शुरू कर चुकी है.
आरजेडी विधायक चंद्रशेखर ने कहा कि राजद सुप्रीमो ने अगर बीजेपी विधायक ललन पासवास फोन किए हैं तो उसकी बिलाशक जांच होनी चाहिए. आरजेडी विधायक ने कहा कि इसके साथ साथ सत्ताधारी पार्टी के रहते बिहार में बीते दशक में जीतने भी घोटाले हुए हैं इसकी भी जांच कराए. सत्ताधारी दल के नेताओं को लालू यादव के खिलाफ बोलने का कोई नैतिक आधार नहीं बचा है.
फोन कॉल की जांच हो
आरजेडी विधायक चंद्रशेखर का कहना है कि लालू प्रसाद सामाजिक न्याय के योद्धा हैं. दूसरी तरफ 56 इंच का सीना कहने वाली बीजेपी के साथ सरकार बनाने वाले नीतीश कुमार के पिछले कार्यकाल में बिहार सरकार में 56 घोटाले हुए हैं. सृजन घोटाला से लेकर कई घोटाले हैं और हजारों करोड़ के पुल मुख्यमंत्री के उद्घाटन से पहले ही बह जा रहे हैं. ऐसे में एनडीए के नेताओं को बोलने का कोई नैतिक आधार नहीं बचता. वहीं, चंद्रशेखर ने राजद सुप्रीमो का बचाव करते हुए कहा कि लालू प्रसाद यादव ने फोन किया नहीं किया है. उनकी आवाज निकालने वाले सैकड़ों लोग बिहार में हैं, और हजारों लोग देश में हो सकते हैं. आरजेडी इस फोन कॉल के जांच की मांग करती है.
फोन कॉल पर सियासत
लालू प्रसाद यादव के फोन कॉल के बाद जहां जदयू बीजेपी के साथ एनडीए के सहयोगी जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी लगातार हमलावर हैं. तो वहीं आरजेडी अब कहने लगी है कि पूरे मामले की जांच हो जाए. आरजेडी के नेता लगातार कह रहे हैं लालू यादव ने फोन नहीं किया है. उनकी आवाज कोई भी निकाल सकता है.