पटना: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने तैयारियां तेज कर दी हैं. वहीं, महागठबंधन में सीटों को लेकर चल रही अटकलें साफ हो गई हैं. आखिरकार महागठबंधन का स्वरूप स्पष्ट हो गया है. आरजेडी नंबर एक की पार्टी और दूसरे स्थान पर कांग्रेस है. महागठबंधन में कुल पांच दल शामिल हैं.
राजद और कांग्रेस का साथ
बताया जा रहा है कि राजद और कांग्रेस का साथ करीब दो दशक पुराना है. बिहार की राजनीति में कांग्रेस और राजद 1998 के लोकसभा चुनाव में पहली बार एक साथ आए. इसके बाद 1999 के लोकसभा चुनाव में भी साथ बरकरार रखकर चुनाव लड़े. उस वक्त झारखंड का बंटवारा नहीं हुआ था. 2000 के विधानसभा चुनाव में दोस्ती टूटी जब कांग्रेस 324 सीटों पर लड़ी वह 23 जीती जबकि राजद ने 293 सीटों पर लड़ कर 124 सीट पर जीत हासिल की थी. चुनाव बाद गठबंधन हुआ और लालू सीएम बने.
लोकसभा चुनाव में दोनों दल रहे साथ
वहीं, 2004 के लोकसभा चुनाव में दोनों दल साथ लड़े राजद 22 और कांग्रेस 3 सीटें जीती थी. 2000 में बिहार से झारखंड अलग हो गया, फिर 2005 में हुए पहले विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस और राजद की दोस्ती बरकरार रही. राजद ने 175 सीटों पर लड़ा और वह 54 पर जीता वहीं 51 सीटों पर कांग्रेस लड़ी और 9 सीट जीती थी. 2009 के लोकसभा चुनाव में दोस्ती टूटी राजद 22 से फिसल कर 4 आ गया. जबकि कांग्रेस ने 3 सीटें जीती. 2010 का विधानसभा दोनों अलग लड़े कांग्रेस 4 सीट और राजद 22 पर सिमट गई. 2015 के विधानसभा चुनाव में राजद और जदयू के साथ सरकार कांग्रेस का प्रदर्शन भी बेहतर रहा.