पटनाः राष्ट्रीय जनता दल ने एक बार फिर चुनाव आयोग को पत्र लिखकर विधानसभा चुनाव टालने की मांग की है. राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने एक पत्र चुनाव आयोग को भेजा है, जिसमें यह साफ कहा गया है कि अगर संक्रमण से स्थिति इतनी भयावह है, तो फिर चुनाव नहीं होने चाहिए. वहीं बीजेपी ने राजद के इस पत्र को लेकर पलटवार किया है.
विधानसभा चुनाव टालने की मांग
राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने अपने पत्र में चुनाव आयोग से सवाल पूछा है कि अगर बिहार में इतने नेता, अधिकारी, डॉक्टर और आम लोग संक्रमण से प्रभावित हैं, तो क्या ऐसी स्थिति में चुनाव हो सकते हैं. राजद ने यह भी लिखा है कि अगर चुनाव हो तो सिर्फ पारंपरिक तरीके से हो, ना कि वर्चुअल रैली और अन्य तरीकों से.
बिहार में लोग संक्रमण से बुरी तरह प्रभावित
राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बिहार में जब लोग इस संक्रमण से बुरी तरह प्रभावित हैं. अक्टूबर-नवंबर में यह आंकड़ा चरम पर पहुंचने की आशंका है तो फिर चुनाव कैसे हो सकता है.
तेजस्वी यादव चुनावी तैयारी में व्यस्त
वहीं, बीजेपी ने राजद के इस पत्र की भाषा को लेकर सवाल खड़े किए हैं. बिहार बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि तेजस्वी यादव चुनावी तैयारी में व्यस्त हैं और राजद कहता है कि हम चुनाव नहीं चाहते. चुनाव आयोग ने सुझाव मांगा था. संभव है राजद का पत्र उसका जवाब होगा. लेकिन राजद की ओर से आयोग को लिखे पत्र की भाषा धौंस जमाने जैसी है. बीजेपी नेता ने कहा कि राजद खुद को आयोग से उपर एक्सट्रा कन्स्टिच्युशन अथॉरिटी समझता है.