पटना: राजधानी पटना में ट्रांसजेंडर समुदाय के लोग आत्मनिर्भता की ओर एक बड़ा कदम बढ़ाने जा रहे हैं, जहां उनकी एक अलग पहचान और शोहरत होगी. पटना में एक ऐसे रेस्टोरेंट की शुरुआत होने वाली है, जो पूरी तरह से ट्रांसजेंडर समुदाय द्वारा संचालित होगा. इस रेस्टोरेंट का नाम सतरंगी दोस्ताना रेस्टोरेंट होगा.
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पांच साल के संघर्ष के बाद पूरा हुआ सपनाः सतरंगी दोस्ताना रेस्टोरेंट के नाम से शुरू होने वाले इस अनूठे और नायब पहल के बारे में जानकारी देते हुए ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए कार्य करने वाली और दोस्ताना रेस्टोरेंट की प्रमुख रेशमा प्रसाद बताती हैं कि यह रेस्टोरेंट उनके पांच साल के संघर्ष का नतीजा है. 2018 में इस रेस्टोरेंट को बनाने के लिए पहली बार सोचा गया था. करीब छह साल बाद रेस्टोरेंट्स अब अपने मूर्त रूप में आ गया है और इसकी शुरुआत होने जा रही है. रेशमा यह भी कहती हैं कि इसका खुलना इतना आसान भी नहीं था, इसके पीछे हम सब की पांच साल की मेहनत भी है.
दो मंजिला होगा सतरंगी दोस्ताना रेस्टोरेंटः राजधानी पटना के व्यस्ततम कारगिल चौक पर बन रहे इस रेस्टोरेंट्स की क्षमता एक बार में 300 लोगों के बैठने की है. इसमें दो मंजिल है. पहली मंजिल पर लोग बैठकर स्वाद का आनंद ले सकेंगे, जबकि दूसरी मंजिल ओपन टेरेस गार्डन के रूप में बनाई गई है. यहां पर भी लोग भोजन कर सकेंगे. दोनों ही मंजिल को अंतिम रूप देने और सजाने की भी तैयारी चल रही है. रेशमा बताती है कि इस जमीन को पटना नगर निगम के द्वारा उपलब्ध कराया गया है. रेस्टोरेंट को बनाने में ट्रांसजेंडर समुदाय के साथ ही कई अन्य दूसरे संस्थाओं से भी मदद ली जा रही है.
"कई संस्थाएं हैं, जो इस कार्य में हमारी मदद कर रही हैं. इस रेस्टोरेंट में ट्रांसजेंडर समुदाय के कई साथी काम करेंगे, जिनके जीविकोपार्जन के लिए एक नया मौका उपलब्ध कराया जाएगा. पूर्वोत्तर भारत में यह पहला मौका होगा, जब ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए कोई रेस्टोरेंट अपनी जमीन पर बन रहा है. यहां शेफ से लेकर कर्मी, तक यानी सब ट्रांसजेंडर ही होंगे"- रेशमा प्रसाद, प्रमुख, सतरंगी दोस्ताना रेस्टोरेंट
23 जून को होगी रेस्टोरेंट की शुरुआत: रेशमा आगे बताती हैं कि इस रेस्टोरेंट में इंडियन और चाइनीस दोनों ही तरह के व्यंजन मिलेंगे. उन्हें ये मौका मिला है तो वो चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोगों की सेवा कर पाएं. इसके शुरू किए जाने के बारे में रेशमा बताती हैं कि अगले 23 जून को इसकी शुरुआत हो जाएगी और अमेरिकी दूतावास के एक राजनयिक के द्वारा इसकी शुरुआत कराए जाने का प्रयास जारी है. इसके अलावा इस मौके पर कई अन्य बड़े अधिकारियों और नेताओं को निमंत्रित किया जाएगा.