पटना: आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी ने सोशल मीडिया को लेकर एक पत्र जारी किया है, जिसमें निर्देश दिया है कि बिहार के किसी मंत्री सांसद विधायक या अफसर के खिलाफ सोशल मीडिया पर कोई आपत्तिजनक टिप्पणी और पोस्ट करता है, तो उस पर आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. इस पर नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश के विपक्षी पार्टियों ने अपना विरोध जताया है.
तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि नीतीश कुमार प्रदेश में अपराधियों को संरक्षण देते हैं और वह चुनौती देते हैं कि उन्हें वह गिरफ्तार करें. ऐसे में विपक्ष के विरोध पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने पटना में एक कार्यक्रम के दौरान प्रतिक्रिया दी है.
'तेजस्वी के आरोप गलत हैं, ऐसी कोई बात नहीं है. हमेशा मनुष्य को भद्र आचरण करना चाहिए और अपनी बातों को भद्र तरीके से रखनी चाहिए. अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए. कई लोग बेवजह किसी के पीछे पड़ जाते हैं और अनाप-शनाप भाषा का प्रयोग करते हुए पोस्ट करते हैं. यह गलत है': रेणु देवी, उपमुख्यमंत्री
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26 जनवरी के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आदेश निर्गत किया है कि सभी जगहों पर अधिकारी झंडोत्तोलन करेंगे. ऐसे में कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री प्रदेश में अफसरशाही को बढ़ावा दे रहे हैं. कांग्रेस की इन आरोपों पर उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि यह सब फिजूल की बात है. कोरोना कॉल है और नेता जब कहीं जाते हैं, तो निश्चित रूप से वहां पर भीड़ बढ़ जाती है. ऐसे में मुख्यमंत्री ने यह निर्णय लिया है कि सभी सरकारी कार्यालयों में अधिकारी झंडा तोलन करेंगे. उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा है और 15 अगस्त तक जब काफी हद तक टीकाकरण का कार्य पूरा हो जाएगा, तब नेता भी आराम से झंडा तोलन कर सकेंगे.