पटना: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में बिहार के कई राजनीतिक दल मैदान में है. बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सहयोगी और क्षेत्रीय पार्टी पश्चिम बंगाल में दमखम दिखाने के लिए तैयार है, लेकिन उनकी तैयारियों पर अब पानी फिरता नजर आ रहा है. पार्टियों को उम्मीदों के मुताबिक उन्हें अब तक उम्मीदवार नहीं मिले हैं.
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पश्चिम बंगाल चुनाव में क्षत्रपों के मंसूबे को नहीं लगे पंख
बिहार विधानसभा चुनाव के बाद बिहार के क्षत्रपों की नजर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव पर है. सत्ताधारी जदयू के साथ हम पार्टी भी वहां दो-दो हाथ के लिए तैयार है. दोनों दलों की नजरें भाजपा पर टिकी थी, लेकिन बीजेपी के साथ गठबंधन को लेकर बात नहीं बनी. लिहाजा जदयू और हम के सामने एकला चलो का विकल्प बचा है.
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जदयू और हम अधर में
जनता दल यूनाइटेड पश्चिम बंगाल में जहां 60 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा कर रही थी. वहीं, हम पार्टी ने 26 सीटों पर उम्मीदवार खड़े करने का दावा किया था. प्रत्याशियों की घोषणाओं का दौर शुरू हो गया है, लेकिन जदयू और हम पार्टी की ओर से अब तक कुछ अंतिम फैसला नहीं लिया जा सका है. हम पार्टी ने फिलहाल 6 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का मन बनाया है.
हम का दावा 26, उम्मीदवार मिला अबतक सिर्फ 6
26 सीटों पर उम्मीदवार खड़े करने का दावा करने वाली हम पार्टी ने अबतक मात्र 6 उम्मीदवार खड़े किए हैं. वहीं, इतने कम उम्मीदवार खड़े करने का सीधा आरोप पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर लगाया है. हम पार्टी ने प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि ममता बनर्जी के खौफ के चलते प्रत्याशी पीछे हट रहे हैं. उन्हें तृणमूल कार्यकर्ताओं द्वारा डराया धमकाया जा रहा है.
वहीं, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि जदयू पश्चिम बंगाल में कितनी सीटों पर लड़ेगी. इस पर अबतक अंतिम फैसला नहीं लिया गया है. उन्होंने कहा कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इस पर फैसला लेगा. हम और जदयू के दावों के बीच भाजपा प्रवक्ता विनोद शर्मा ने कहा कि बीजेपी बिहार से बाहर अकेले चुनाव लड़ती है. पश्चिम बंगाल में भी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी. ममता बनर्जी को शिकस्त देने के लिए कार्यकर्ता पूरी तरह तैयार हैं.