पटनाः राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को विधानसभा घेराव का आह्वान किया था. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव भी उनके समर्थन में सड़कों पर उतरे थे. इस दौरान जेपी गोलंबर पर राजद कार्यकर्ताओं और पुलिस में झड़प हो गई. इसमें पुलिसकर्मी, पार्टी कार्यकर्ता और मीडियाकर्मी भी घायल हो गए थे. मामले पर विपक्ष जहां सरकार को दोषी ठहरा रहा है वहीं सत्ता पक्ष राजद पर बदसलूकी का आरोप लगा रहा है.
प्रदर्शनकारियों के बचाव में उतरे महागठबंधन के नेता
विधानसभा घेराव के दौरान राजद कार्यकर्ताओं के हंगामे पर सियासत शुरू हो गई है. सत्ता पक्ष की ओर से जहां राजद पर हमला बोला जा रहा है, वहीं महागठबंधन के नेता प्रदर्शनकारियों के बचाव में उतर आए हैं.
"शांतिपूर्ण तरीके से राजद कार्यकर्ता सड़क पर प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन पुलिसकर्मियों ने उनके साथ बदसलूकी की और लाठी-डंडे चलाएं .कई कार्यकर्ता जख्मी हुए हैं और कुछ गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती हैं."- आलोक मेहता, प्रधान महासचिव, राजद
"पुलिस के लोग कार्यकर्ताओं के साथ बदसलूकी करते हैं. शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने पर भी उनपर लाठियां बरसाई जाती हैं. दूसरे लोग पत्थर चलाकर प्रदर्शनकारियों को बदनाम कर रहे हैं." -अरुण कुमार, विधायक, भाकपा माले
"राजद नेता और कार्यकर्ताओं के संस्कार में ही हंगामा करना है.सड़क पर उतरकर वह जनजीवन अस्त -व्यस्त कर देते हैं. कार्यकर्ताओं की करतूत देखकर लोगों को जंगलराज की याद आ जाती है"- हरिशंकर प्रसाद, विधायक, भाजपा
"नीतीश कुमार विकास पुरुष हैं और उनके अच्छे काम भी विपक्ष को बुरी लगती है. नीतीश कुमार को अस्थिर करने के लिए लोग सड़क पर उतरकर हंगामा करते हैं. इससे उन्हें कुछ हासिल होने वाला नहीं है."- जमा खान, मंत्री, बिहार सरकार
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पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प
बता दें कि बिहार में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच बढ़ती बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, बढ़ती महंगाई सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी ने मंगलवार को विधानसभा घेराव करने की घोषणा की थी. जिसे प्रशासन ने अनुमति नहीं दी थी. इसके बावजूद बड़ी संख्या में आरजेडी कार्यकर्ता गांधी मैदान के पास एकत्रित हो गए थे. इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर झड़प हुई.