पटना: केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राजधानी पटना में कोरोना के फैलाव को देखते हुए रविवार को स्थिति की गहन समीक्षा की. उन्होंने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, मुख्य सचिव दीपक कुमार, AIIMS पटना के निदेशक और पटना के जिलाधिकारी समेत अन्य सम्बंधित लोगों से इस विषय पर विस्तार से चर्चा की.
कोरोना के इलाज के लिए विंग बनाने का निर्देश
रविशंकर प्रसाद ने स्वास्थ्य मंत्री और मुख्य सचिव से विशेष आग्रह करते हुए कहा कि संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कोरोना के लिए समर्पित अस्पतालों की संख्या को बढ़ाया जाना बहुत जरूरी है. उन्होंने इस बात पर विशेष रूप से बल दिया कि पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना के इलाज के लिए एक अलग से विंग बनाया जाए. उन्होंने यह भी आग्रह किया कि पटना में जो बड़े निजी अस्पताल हैं, वहां भी कोरोना के इलाज की व्यवस्था हो और इसके लिए सरकार पहल करे. इससे सरकारी अस्पताल पर दबाव कुछ कम होगा.
हॉस्पिटल और बेड की संख्या बढ़ाने का निर्देश
रविशंकर प्रसाद ने विशेष रूप से आग्रह किया कि AIIIMS पटना के ऊपर दबाव को देखते हुए वहां हॉस्पिटल और बेड की संख्या बढ़ाई जाए. साथ ही ICU का विस्तार किया जाए. वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस दिशा में वो विचार कर रहे हैं. उन्होंने बिहटा स्थित ESI अस्पताल को भी कोरोना के इलाज के लिए जल्दी विकसित करने का आग्रह किया है.
डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य कर्मियों से की अपील
रविशंकर प्रसाद ने स्वास्थ्य मंत्री और मुख्य सचिव से यह बात ज़ोर देकर कहा कि जहां डॉक्टर की कमी है वहां और डॉक्टर की व्यवस्था की जाए. साथ ही ऑक्सीजन, प्रयाप्त मास्क, ग्लब्स और वेंटिलेटर आदि की सुविधा दी जाए. उन्होंने सभी डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य कर्मियों से अपील करते हुए कहा है कि ये बहुत ही चुनौती भरा समय है. आप अपने सेवा भाव की परम्परा के अनुसार तत्पर रहें. यही जनता की अपेक्षा है. उन्होंने बताया कि कोरोना से जुड़ी व्यवस्थाओं की वे समय समय पर समीक्षा करते रहेंगे.