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राजधानी में बढ़ते कोरोना संक्रमण के लिए आखिर कौन जिम्मेदार ? - पुलिस की लापरवाही

धड़ल्ले से लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाती फुटपाथी दुकानें ग्राहकों को चाय और लिट्टी के साथ संक्रमण परोसने का काम भी कर रही हैं. देखिए ये रिपोर्ट...

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Published : Jul 18, 2020, 6:48 PM IST

पटनाः सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद कोरोना वायरस तेजी से अपने पांव पसार रहा है. खासकर राजधानी में इसके आंकड़े रोज नए आयामों को पार कर रही है. लेकिन सवाल यह है कि आखिर वायरस के तेजी से फैलने के लिए कौन जिम्मेदार है? इसकी पड़ताल के लिए ईटीवी भारत के संवाददाता पटना की सड़कों पर उतरे तो कई चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आई.

खुली है फुटपाथी दुकानें
पूरे राज्य में 16 जुलाई से 31 जुलाई तक लॉकडाउन लागू किया गया है. जिसमें जरूरी सेवाओं के अलावा सभी दुकानें बंद करने के आदेश दिए गए हैं. लेकिन राजधानी के चौक चौराहों पर लिट्टी-चोखा, चाय, सिगरेट और गुटखे की फुटपाथी दुकानें खुली नजर आई. जहां बिना मास्क के ग्राहक भी चाय और लिट्टी का लुफ्त लेते दिखे. हैरान करने वाली बात है कि यह सब पुलिस की आंखों के सामने हो रहा है.

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फुटपाथ पर लगी दुकानें

'कैसे चलेगा घर का खर्च'
गांधी मैदान थाना क्षेत्र में सरकारी बस स्टैंड के मुख्य द्वार पर ही लिट्टी बेच रही महिला ने लॉकडाउन में दुकान खोलने पर कहा कि अगर काम नहीं होगा तो घर का खर्च कैसे चलेगा. वहीं, दुकान पर बैठे बच्चे को लेकर महिला ने कहा कि घर में कोई देखने वाला नहीं है. जिससे बच्चे को साथ लाना पड़ता है.

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चाय और लिट्टी की दुकान

दुकानदारों का बचाव कर रहे पुलिसकर्मी
वहीं, कई दुकानदार गरीबी का हवाला देते नजर आए. साथ ही पुलिस वाले भी इन दुकानदारों का बचाव करते दिखे. कोतवाली थाना क्षेत्र का पटना जंक्शन हो या अन्य चौक चौराहे सभी जगह एक जैसी स्थिति देखने को मिल रही है. लोगों और पुलिस की लापरवाही से संक्रमण का खतरा बढ़ता ही जा रहा है.

लॉकडाउन की धज्जियां
फुटपाथ पर सजी इन दुकानों पर ग्राहकों की काफी भीड़ भी देखने को मिल रही है. धड़ल्ले से लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाती ये दुकानें ग्राहकों को चाय और लिट्टी के साथ संक्रमण परोसने का काम भी कर रही हैं. ऐसे में संक्रमण फैलाने के लिए पुलिस के साथ आम जनता भी जिम्मेदार है. जो तेजी से बढ़ते संक्रमण के बीच भी सचेत नहीं हो रही है.

देखें रिपोर्ट

173 लोगों की मौत
बिहार में अबतक कोरोना के 24 हजार 967 मामले सामने आ चुके हैं. साथ ही इससे 173 लोगों की मौत हो चुकी है. आम जनता से लेकर नेता, मंत्री और वीआईपी भी तेजी से इसकी चपेट में आ रहे हैं. सरकार की तरफ से जांच की संख्या बढाई जा रही है. साथ ही लोगों से लॉकडाउन का पालन, मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने की अपील की जा रही है. ऐसे में राजधानी के दुकानदारों और पुलिस की यह ढील कहीं भारी न पड़ जाए.

पटनाः सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद कोरोना वायरस तेजी से अपने पांव पसार रहा है. खासकर राजधानी में इसके आंकड़े रोज नए आयामों को पार कर रही है. लेकिन सवाल यह है कि आखिर वायरस के तेजी से फैलने के लिए कौन जिम्मेदार है? इसकी पड़ताल के लिए ईटीवी भारत के संवाददाता पटना की सड़कों पर उतरे तो कई चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आई.

खुली है फुटपाथी दुकानें
पूरे राज्य में 16 जुलाई से 31 जुलाई तक लॉकडाउन लागू किया गया है. जिसमें जरूरी सेवाओं के अलावा सभी दुकानें बंद करने के आदेश दिए गए हैं. लेकिन राजधानी के चौक चौराहों पर लिट्टी-चोखा, चाय, सिगरेट और गुटखे की फुटपाथी दुकानें खुली नजर आई. जहां बिना मास्क के ग्राहक भी चाय और लिट्टी का लुफ्त लेते दिखे. हैरान करने वाली बात है कि यह सब पुलिस की आंखों के सामने हो रहा है.

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फुटपाथ पर लगी दुकानें

'कैसे चलेगा घर का खर्च'
गांधी मैदान थाना क्षेत्र में सरकारी बस स्टैंड के मुख्य द्वार पर ही लिट्टी बेच रही महिला ने लॉकडाउन में दुकान खोलने पर कहा कि अगर काम नहीं होगा तो घर का खर्च कैसे चलेगा. वहीं, दुकान पर बैठे बच्चे को लेकर महिला ने कहा कि घर में कोई देखने वाला नहीं है. जिससे बच्चे को साथ लाना पड़ता है.

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चाय और लिट्टी की दुकान

दुकानदारों का बचाव कर रहे पुलिसकर्मी
वहीं, कई दुकानदार गरीबी का हवाला देते नजर आए. साथ ही पुलिस वाले भी इन दुकानदारों का बचाव करते दिखे. कोतवाली थाना क्षेत्र का पटना जंक्शन हो या अन्य चौक चौराहे सभी जगह एक जैसी स्थिति देखने को मिल रही है. लोगों और पुलिस की लापरवाही से संक्रमण का खतरा बढ़ता ही जा रहा है.

लॉकडाउन की धज्जियां
फुटपाथ पर सजी इन दुकानों पर ग्राहकों की काफी भीड़ भी देखने को मिल रही है. धड़ल्ले से लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाती ये दुकानें ग्राहकों को चाय और लिट्टी के साथ संक्रमण परोसने का काम भी कर रही हैं. ऐसे में संक्रमण फैलाने के लिए पुलिस के साथ आम जनता भी जिम्मेदार है. जो तेजी से बढ़ते संक्रमण के बीच भी सचेत नहीं हो रही है.

देखें रिपोर्ट

173 लोगों की मौत
बिहार में अबतक कोरोना के 24 हजार 967 मामले सामने आ चुके हैं. साथ ही इससे 173 लोगों की मौत हो चुकी है. आम जनता से लेकर नेता, मंत्री और वीआईपी भी तेजी से इसकी चपेट में आ रहे हैं. सरकार की तरफ से जांच की संख्या बढाई जा रही है. साथ ही लोगों से लॉकडाउन का पालन, मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने की अपील की जा रही है. ऐसे में राजधानी के दुकानदारों और पुलिस की यह ढील कहीं भारी न पड़ जाए.

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