पटनाः भारतीय बाढ़ सुखाड़ एवं कटाव पीड़ित संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम भजन सिंह यादव ने शुक्रवार की सुबह गंगा नदी पर बने पीपा पुल पर हुए हादसे को लेकर कहा है कि अगर इस पीपा पुल की मरम्त समय रहते हो जाती तो ये दर्दनाक हादसा टल सकती थी. उन्होंने कहा कि वे इस दुर्घटना से काफी मर्माहत है.
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25 साल पुराने पुल के लिए सरकार नें दिए एक करोड़ 65 लाख
राम भजन सिंह यादव ने कहा कि 25 साल पुराने इस पीपा पुल के रख रखाव के लिए सरकार नें एक करोड़ 65 लाख रुपए इस वर्ष ठिकेदार को दिए थे. पर उक्त ठिकेदार ने इसका ठीक से मेंटेंनेंस नहीं कराया. जिसके कारण ये पीपा पुल खस्ता और जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है. इसके चलते ही यह दर्दनाक घटना हुआ. उन्होंने आगे कहा कि इस बाबत बिहार के मुख्यमंत्री, पुल निर्माण निगम और जिला प्रशासन को आवेदन पत्र भी लिखा था. जिसमे जर्जर हो चुके पीपा पुल के बारे में बाताया गया था.
1996 में बना यह पीपा पुल 25 वर्ष पूराना हो गया है. पर यह आज अपनी बदहाली पर आसूं बहाता नजर आता दिख रहा है. उन्होंने आगे कहा कि पीपा पुल की मरम्मती के लिए हरेक वर्ष सरकार मोटी रकम ठिकेदार को देती है पर वह अपना काम ठीक से नहीं पूरा करते है. सारी राशि का गोलमाल हो जाता है. जिसके चलते पुल दिन पर दिन खस्ता और बदहाल हो चुका है. राम भजन सिंह यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष, भारतीय बाढ़ सुखाड़ एवं कटाव पीड़ित संघर्ष मोर्चा
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कुल पंचायत 10 और 72 गावों को पटना से जोड़ता है ये पुल
पटना जिले का पीपापुल कुल दस पंचायत मसलन दानापुर प्रखंड के 05, पटना सदर के एक और सारण जिले के दिघवारा प्रखंड के 2 और सोनपुर के 2 सहित कुल पंचायत 10 और 72 गावों में रहने वाले 20 हजार से ज्यादा लोगो को जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य करता है.
शुक्रवार की सुबह हुआ दर्दनाक हादसा
मालूम हो कि शुक्रवार की सुबह हुए गंगा नदी हादसे में कुल 9 लोगो को मौत हुई है . सूत्रों के मुताबिक सभी मृतक एक ही परिवार के बताए जाते है. जो चित्रकूट नगर तकियापर रोड न 09 के रहने वाले है. सभी 21 तीरीख को को दिघवारा प्रखंड के अकिल पुर गांव में राकेश कुमार सिंह के तिलक समारोह में शिरकत करने गए थे और उसके बाद शुक्रवार की सुबह लौट रहे थे.