पटना: केंद्रीय कर्मियों के महंगाई भत्ते में कटौती के केंद्र सरकार के फैसले के विरोध में बुधवार को रेलवे कर्मियों ने विरोध-प्रदर्शन किया. पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक और ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के बैनर तले रेलवे कर्मियों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार से महंगाई भत्ते में कटौती के फैसले को वापस लेने की मांग की.
महंगाई भत्ता पर लगायी रोक
कर्मचारियों के विरोध-प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के सहायक महासचिव एसएसडी मिश्रा ने कहा कि भारत सरकार ने सभी केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता पर रोक लगाने का फैसला लिया है. जो बहुत संघर्ष के बाद मिला था. उस पर जनवरी 2020 से जुलाई 2021 तक रोक लगाने का तुगलकी फरमान जारी किया गया है. जिसका वह यूनियन के बैनर तले पुरजोर विरोध कर रहे हैं.
फैसला वापस लेने की मांग
एसएसडी मिश्रा ने कहा कि इस संकट की घड़ी में वह सरकार के साथ हैं. इस महीने उन्होंने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में एक दिन का वेतन दिया है. उन्होंने कहा कि महंगाई भत्ते पर रोक लगाने का फैसला सरकार का एकतरफा फैसला है. वह सरकार से इसे वापस लेने की मांग करते हैं.
'कानून में नहीं होना चाहिए बदलाव'
यूनियन के सहायक महासचिव एसएसडी मिश्रा ने कहा कि अभी के समय बिना कर्मचारियों से बात किए हुए श्रम कानूनों में बदलाव की बात सामने आ रही है. जिसका सभी कर्मचारी पुरजोर विरोध करते हैं. विरोध के तहत ही सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करते हुए कम संख्या में ही कर्मचारियों के साथ पटना जंक्शन पर सरकार के खिलाफ अपना विरोध जता रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिना कर्मचारियों से बात किए श्रम कानून में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं होना चाहिए.