पटनाः बिहार में होली को लेकर शराब की तस्करी (liquor smuggling in bihar) चरम पर है. बिहार के अंदर भी चोरी छिपे देसी शराब बनाई जा रही है. धंधेबाज ज्यादातर जंगल और नदी किनारे के जगह को सेफ जोन मानते हैं, जहां शराब की भट्ठी बनाकर शराब बनाते हैं. जिसे देखते हुए पटना में पुलिस लगातार शराब के खिलाफ छापेमारी कर रही है. ताजा मामला जिले के मसोढ़ी का है, जहां पुलिस ने पटना-नालंदा के बोर्डर के जंगली इलाके में शराब के खिलाफ छापेमारी की.
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कार्रवाई से पहले धंधेबाज फरारः आबकारी विभाग और पुलिस ने पटना के ग्रामीण इलाकों में छापेमारी की. पटना जिला और नालंदा जिला के सीमा पर जंगल में कार्रवाई की. बता दें कि यह जंगल पहले नक्सलियों का यह सेफ जोन था, लेकिन अब यहां शराब धंधेबाज का कब्जा हो चुका है. पुलिस ने ड्रोन और डॉग स्कॉयड की मदद से रेड की. इस दौरान कई भट्ठी को ध्वस्त कर दिया गया. हलांकि किसी भी धंधेबाजों की गिरफ्तारी नहीं हुई है. पुलिस की कार्रवाई से पहले ही सभी फरार हो गए.
हजारों लीटर शराब नष्टः पुलिस ने इस कार्रवाई में हजारों लीटर शराब को नष्ट किया है. 3 दर्जन से अधिक भट्ठी को पुलिस ने ध्वस्त किया है. एक्साइज विभाग के सुपरिटेंडेंट संजय कुमार चौधरी ने कहा कि पटना और नालंदा जिला के सीमा पर बसे दरधा नदी के किनारे शराब निर्माण की सूचना मिली थी. कई शराब कारोबारी बेरोकटोक धंधा चला रहे हैं. पटना के अलावा नालंदा में भी सप्लाई कर रहे थे. अब तक 3000 से अधिक शराब कारोबारी को जेल भेजा जा चुका है.
" इस कार्रवाई में दर्जनों भट्ठी को ध्वस्त किया गया है और शराब भी नष्ट की गई है. यहां से पटना और नालंदा जिले में देसी शराब की सप्लाई होती थी, लंबे समय से इसकी सूचना मिल रही थी. इसी के आधार पर यह कार्रवाई की गई है." - संजय कुमार चौधरी, सुपरिटेंडेंट, एक्साइज विभाग