पटना: अग्निपथ योजना के विरोध में तीन दिनों तक बिहार में जमकर बवाल हुआ. आरोपियों को दबोचने को लेकर प्रशासन काफी एक्टिव मोड में नजर आ रहा है. इस बीच प्रशासन ने पुष्टि की है कि हंगामा करने पीछे कई कोचिंग सेंटर का हाथ है. पटना में 6 कोचिंग सेंटर पर मामला भी दर्ज हुआ है. इधर सोमवार को पटना के जाने माने कोचिंग संचालक (शिक्षाविद्) गुरु रहमान (Educationist Guru Rahman) के ठिकानों पर पुलिस की छापेमारी हुई.
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गुरु रहमान के कई ठिकानों पर रेड: अदम्य अदिति कोचिंग संचालक गुरु रहमान के आवास (Police raid on Guru Rahman Awas) सहित कोचिंग पर छापा मारा गया है. शुरुआती मिल रही जानकारी के अनुसार अग्निपथ योजना के विरोध को लेकर ही यह रेड चल रही है. गुरु रहमान पर दानापुर थाने में 15 जून को मामला दर्ज किया गया था. उनपर छात्रों को उकसाने का आरोप लगा था.
'अग्निपथ' विरोध पर क्या बोले थे रहमान : बता दें कि गुरु रहमान ने कहा था कि 'अग्निपथ' पर छात्रों के प्रदर्शन में उपद्रवी शामिल थे. यदि किसी कोचिंग संचालक की छात्रों को उकसाने में भूमिका है तो उस पर कड़ी कार्रवाई हो. उन्होंने कहा था कि छात्रों के प्रदर्शन में उपद्रवी तत्वों का कब्जा हो गया है. उपद्रवियों ने ही उत्पात मचाया है. यह छात्रों के शांतिपूर्ण आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की है.
कौन हैं गुरु रहमान : बिहार की राजधानी पटना के नया टोला में साल 1994 से चल रहे अदम्य अदिति गुरुकुल के नाम से मशहूर कोचिंग संस्थान के संचालक रहमान हैं. जिन्हें छात्र गुरु रहमान के नाम से जानते हैं. यहां छात्र-छात्राओं से गुरु दक्षिणा के नाम पर महज 11 रुपये लिए जाते हैं. 11, 21 या फिर 51 रुपये फीस देकर यहां से अब तक कई छात्र-छात्राओं ने भारतीय प्रशासनिक सेवा से लेकर डॉक्टर और इंजीनियरिंग तक की परीक्षाओं में सफलता हासिल की है. 1994 में जब बिहार में चार हजार दारोगा की बहाली के लिए प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित की गई थी तो उस परीक्षा में गुरु रहमान की कोचिंग से पढ़ाई करने वाले 1100 छात्रों ने सफलता हासिल की थी.
'अग्निपथ' आंदोलन को कौन हवा दे रहा है? : 'अग्निपथ स्कीम' के विरोध में शुक्रवार को उपद्रवियों ने दानापुर स्टेशन पर जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की थी. प्रदर्शनकारियों ने कई ट्रेनों को फूंक दिया था. पटना डीएम ने बताया कि इस मामले में 170 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, जबकि 86 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए लोगों के मोबाइल पर कुछ कोचिंग सेंटर के वीडियो फुटेज और वाट्सएप मैसेज मिले हैं. जिसकी जांच की जा रही है. 7 कोचिंग संस्थानों के संचालक भी जिला प्रशासन के रडार पर लिया था.