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TET पास शिक्षकों का एक दिवसीय धरना, ये हैं मुख्य मांगें

शिक्षक संघ समिति के नेता अमरदीप डिसूजा ने भाग लेते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा जब सरकार ने टीईटी शिक्षकों को नियोजित शिक्षक श्रेणी में डाल दिया है. इसलिए हम सरकार से मांग करते हैं कि शिक्षकों को राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए.

पटना
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Published : Feb 15, 2020, 4:46 PM IST

पटना: राजधानी पटना के गर्दनीबाग में अपनी मांगों को लेकर टीईटी पास शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन किया. एक दिवसीय धरना पर बैठे शिक्षकों ने कहा कि सरकार हमारे साथ अन्याय कर रही है. दूसरे राज्यों की तर्ज पर हमें भी शिक्षकों जैसा सम्मान मिलना चाहिए.

बिहार के टीईटी शिक्षकों के सभी संघों ने मिलकर टीईटी शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले एक दिवसीय शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया. इस धरने में शिक्षक संघ समिति के नेता अमरदीप डिसूजा ने भाग लेते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा जब सरकार ने टीईटी शिक्षकों को नियोजित शिक्षक श्रेणी में डाल दिया है. इसलिए हम सरकार से मांग करते हैं कि शिक्षकों को राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए.

पटना से अरविंद राठौर की रिपोर्ट

'सुप्रीम कोर्ट के सुझाव को नकार रही सरकार'
अमरदीप डिसूजा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने टीईटी पास शिक्षकों को एक्पर्ट शिक्षक मानते हुए बेहतर स्केल देने की बात कही है. इसके बावजूद सरकार ने ऐसा नहीं किया. हम प्रतिभाशाली शिक्षक हैं. सुप्रीम कोर्ट के सुझाव को सुशासन यानी नीतीश सरकार नहीं मान रही है. सिर्फ बिहार ही एक ऐसा राज्य है, जहां शिक्षकों के साथ गलत हो रहा है.

शिक्षकों की मुख्य मांगें

  • नवप्रशिक्षित शिक्षकों के संस्थानिक इंडेक्स में वेतन निर्धारण करने का अस्पष्ट निर्देश दे सरकार.
  • 2015 में वेतनमान देने की तिथि से अप्रशिक्षित शिक्षकों को 2015 से ही ग्रेड-पे दिया जाए.
  • ट्रेंड शिक्षकों को 2 वर्ष की बाध्यता हटाते हुए वेतनमान की तिथि से ही ग्रेड दिया जाए.
  • प्रशिक्षण कॉलेजों में प्रशिक्षण उपरांत विरमित होने की तिथि से ग्रेड पे दिया जाए.
  • टीईटी शिक्षकों के लिए अंतर जिला स्थानांतरण की सुविधा अविलंब प्रदान करें.
  • 5 वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके स्नातक शिक्षकों को प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति दिया जाए.
  • एनआईओएस प्रशिक्षण की कार्यशाला समाप्ति तिथि से ग्रेड पे लागू किए जाए.
  • बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय बीएड ओडीएल कोर्स में नामांकित 1500 प्रशिक्षु शिक्षकों की लंबित परीक्षाएं जल्द आयोजित कराकर जल्द परीक्षाफल प्रकाशित की जाए.
  • जब तक उक्त प्रशिक्षित शिक्षकों का प्रशिक्षण पूरा नहीं हो जाता है, तब तक इन पर कोई विभागीय कार्रवाई नहीं की जाए.

दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
इसके साथ ही शिक्षकों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार एवं विभाग वार्ता कर संवैधानिक हल नहीं निकालती है, तो बिहार के सभी टीईटी शिक्षक 27 फरवरी से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले जाएंगे. शिक्षकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि चरणबद्ध आंदोलन चलाया जाएगा.

पटना: राजधानी पटना के गर्दनीबाग में अपनी मांगों को लेकर टीईटी पास शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन किया. एक दिवसीय धरना पर बैठे शिक्षकों ने कहा कि सरकार हमारे साथ अन्याय कर रही है. दूसरे राज्यों की तर्ज पर हमें भी शिक्षकों जैसा सम्मान मिलना चाहिए.

बिहार के टीईटी शिक्षकों के सभी संघों ने मिलकर टीईटी शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले एक दिवसीय शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया. इस धरने में शिक्षक संघ समिति के नेता अमरदीप डिसूजा ने भाग लेते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा जब सरकार ने टीईटी शिक्षकों को नियोजित शिक्षक श्रेणी में डाल दिया है. इसलिए हम सरकार से मांग करते हैं कि शिक्षकों को राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए.

पटना से अरविंद राठौर की रिपोर्ट

'सुप्रीम कोर्ट के सुझाव को नकार रही सरकार'
अमरदीप डिसूजा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने टीईटी पास शिक्षकों को एक्पर्ट शिक्षक मानते हुए बेहतर स्केल देने की बात कही है. इसके बावजूद सरकार ने ऐसा नहीं किया. हम प्रतिभाशाली शिक्षक हैं. सुप्रीम कोर्ट के सुझाव को सुशासन यानी नीतीश सरकार नहीं मान रही है. सिर्फ बिहार ही एक ऐसा राज्य है, जहां शिक्षकों के साथ गलत हो रहा है.

शिक्षकों की मुख्य मांगें

  • नवप्रशिक्षित शिक्षकों के संस्थानिक इंडेक्स में वेतन निर्धारण करने का अस्पष्ट निर्देश दे सरकार.
  • 2015 में वेतनमान देने की तिथि से अप्रशिक्षित शिक्षकों को 2015 से ही ग्रेड-पे दिया जाए.
  • ट्रेंड शिक्षकों को 2 वर्ष की बाध्यता हटाते हुए वेतनमान की तिथि से ही ग्रेड दिया जाए.
  • प्रशिक्षण कॉलेजों में प्रशिक्षण उपरांत विरमित होने की तिथि से ग्रेड पे दिया जाए.
  • टीईटी शिक्षकों के लिए अंतर जिला स्थानांतरण की सुविधा अविलंब प्रदान करें.
  • 5 वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके स्नातक शिक्षकों को प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति दिया जाए.
  • एनआईओएस प्रशिक्षण की कार्यशाला समाप्ति तिथि से ग्रेड पे लागू किए जाए.
  • बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय बीएड ओडीएल कोर्स में नामांकित 1500 प्रशिक्षु शिक्षकों की लंबित परीक्षाएं जल्द आयोजित कराकर जल्द परीक्षाफल प्रकाशित की जाए.
  • जब तक उक्त प्रशिक्षित शिक्षकों का प्रशिक्षण पूरा नहीं हो जाता है, तब तक इन पर कोई विभागीय कार्रवाई नहीं की जाए.

दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
इसके साथ ही शिक्षकों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार एवं विभाग वार्ता कर संवैधानिक हल नहीं निकालती है, तो बिहार के सभी टीईटी शिक्षक 27 फरवरी से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले जाएंगे. शिक्षकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि चरणबद्ध आंदोलन चलाया जाएगा.

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